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एयर इंडिया आपसी बातचीत से सुलझाए मुद्दा: सुप्रीम कोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने पायलटों की हड़ताल के खिलाफ एयर इंडिया की अर्जी पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है.

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सुप्रीम कोर्ट
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सुप्रीम कोर्ट ने पायलटों की हड़ताल के खिलाफ एयर इंडिया की अर्जी पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया है.

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सुप्रीम कोर्ट ने यह कहते हुए मामले में दखल देने से इनकार कर दिया कि इसे एयर इंडिया प्रबंधन और पायलटों के बीच बातचीत से ही सुलझाया जाना चाहिए. कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया है कि पायलटों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जानी चाहिए.

ड्रीमलाइनर एयरक्राफ्ट के लिए पायलटों को प्रशिक्षित करने के आदेश के क्रियान्वयन में कथित अवरोध डालने के लिए इंडियन पायलट्स गिल्ड के खिलाफ अवमानना कार्यवाही की मांग करने वाली एयरइंडिया की याचिका पर सुनवाई से उच्चतम न्यायालय ने इनकार कर दिया.

न्यायमूर्ति टीएस ठाकुर की पीठ ने कहा कि उन्होंने (पायलटों ने) ऐसा कुछ नहीं किया, जो अदालत की अवमानना के दायरे में आता हो और एयरलाइन को सलाह दी कि उनके साथ अपने मतभेदों को सुलझाएं.

पीठ ने कहा, ‘उन्होंने न्याय को अवरुद्ध करने या अदालत की अवमानना के लिए कुछ नहीं किया. आपकी समस्या उनके साथ है. आप उनके साथ बैठिए और मतभेदों को सुलझाइए. अदालत की अवमानना का सहारा मत लीजिए.’ न्यायालय ने कहा कि अगर हड़ताल अवैध है, तो एयरलाइन उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है.

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पीठ ने कहा, ‘अगर अदालत की जरा-सी भी अवमानना होगी, तो हम उनके खिलाफ खुद ही कार्यवाही शुरू करेंगे.’

एयर इंडिया ने गुरुवार को उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था और गिल्ड के पदाधिकारियों के खिलाफ अवमानना की कार्यवाही शुरू करने की मांग की थी, जिन्होंने विरोध का रास्ता अख्तियार कर एयरलाइन की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को बाधित कर अदालत के आदेश की अवमानना की.

एयर इंडिया ने कहा कि आईपीजी ने उच्चतम न्यायालय के 23 अप्रैल और दो मई के आदेशों का उल्लंघन किया जिसमें यह साफ कर दिया गया था कि विलय से एयर इंडिया और पूर्ववर्ती इंडियन एयरलाइंस के पायलटों का बराबर के अनुपात में प्रशिक्षण होगा.

बीमार होने की वजह बताते हुए आईपीजी के सदस्यों ने अवकाश ले रखा है और वे एयर इंडिया और इंडियन एयरलाइंस के पायलटों को बराबर की संख्या में बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान के प्रशिक्षण के लिए भेजे जाने के राष्ट्रीय एयरलाइन के कदम का विरोध कर रहे हैं. पहला विमान इसी महीने के आखिर में शामिल किया जाना है.

इस बीच, नागरिक उड्डयन मंत्री अजित सिंह ने एयर इंडिया मुद्दे पर यूपीए अध्‍यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की है. अजित सिंह ने कहा कि उन्‍होंने प्रधानमंत्री को पूरी स्थिति की जानकारी दी. उन्‍होंने कहा कि वे एयर इंडिया को बचाना चाहते हैं.

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बहरहाल, एयर इंडिया का संकट बरकरार है और हवाई यात्रा करने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

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