पवित्र अमरनाथ गुफा में हिमलिंगम के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं की मौत के बढ़ते मामलों से क्षुब्ध सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को जम्मू कश्मीर सरकार से यात्रियों के लिए तत्काल चिकित्सा सहायता दल तैनात करने को कहा. अब तक, अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले 97 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है.
न्यायमूर्ति बी एस चौहान और न्यायमूर्ति स्वतंत्र कुमार की पीठ ने कहा कि राज्य सरकार को श्रद्धालुओं के वास्ते आवश्यक चिकित्सा दल तैनात करने के लिए केंद्र और उत्तर प्रदेश तथा पंजाब की सरकारों की मदद लेना चाहिए.
पीठ ने कहा कि हमारे आदेश देने के बाद तीन दिन में 13 और यात्रियों की मौत हो गई, यह स्तब्धकारी है. पीठ ने यह भी कहा कि इस तीर्थ यात्रा के दौरान अलग अलग उम्र के लोगों की जान गई है.
सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने कहा कि हम चिंतित हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि और मौतें न हों. पीठ ने अपने द्वारा नियुक्त उच्चाधिकार समिति से पवित्र गुफा के समीप लगाए गए लोहे के द्वार को हटाने पर विचार करने को कहा. इस द्वार के कारण श्रद्धालुओं को असुविधा होती है और बर्फ भी पिघलती है. पीठ ने समिति से यह द्वार हटा कर उसकी जगह फाइबर का द्वार लगाए जाने पर विचार करने को कहा.
सुप्रीम कोर्ट ने अमरनाथ श्रद्धालुओं के हताहत होने के बढ़ते मामलों पर रोक के उपाय सुझाने के लिए 20 जुलाई को एक समिति गठित करते हुए कहा था कि यह एक स्थायी समस्या बन गई है.