सचिन तेंदुलकर का मानना है कि राहुल द्रविड़ के संन्यास से भारतीय क्रिकेट टीम में बड़ा शून्य पैदा हो गया है और उन जैसे बेजोड़ खिलाड़ी का स्थान भरना असंभव होगा.
तेंदुलकर ने कहा, ‘राहुल भारत और विश्व क्रिकेट के लिये बेजोड़ खिलाड़ी था. कोई भी उस स्थान पर राहुल की जगह नहीं ले पाएगा.' द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में नंबर तीन पर सर्वाधिक रन बनाये है.
तेंदुलकर ने कहा, ‘आपको किसी ऐसे खिलाड़ी की जरूरत होगी जो समर्पित, प्रतिबद्ध और अनुशासित हो. पूरे देश को उनकी कमी खलेगी क्योंकि हमें राहुल को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए देखने की आदत पड़ गयी है.’
उन्होंने कहा, ‘इसलिए निश्चित तौर पर ऐसी चीजें आगे भी होती रहेंगी क्योंकि वर्षों से खेल इसी तरह से आगे बढ़ रहा है. हमारी पीढ़ी से पहले कई महान खिलाड़ी पैदा हुए लेकिन खेल निरंतर चलता रहा.’
भारतीय क्रिकेट के लिये पिछले दो साल उतार चढाव वाले रहे. उसे सफलता और असफलता दोनों का सामना करना पड़ा.
तेंदुलकर से जब पूछा गया कि क्या व्यवस्था में कोई गड़बड़ी है, उन्होंने कहा, ‘मैं नहीं मानता कि हम अपने ढांचे पर उंगली उठा सकते हैं क्योंकि इसी ढांचे के रहते हुए हम नंबर एक पर काबिज हुए थे. यदि इस ढांचे में कुछ गड़बड़ी होती तो हम कभी नंबर एक पर नहीं पहुंच पाते.’
उन्होंने कहा, ‘इसे देखने को दो तरीके हैं, बल्लेबाज पर्याप्त रन नहीं बना रहे थे और दूसरी तरफ गेंदबाज एक बड़ी साझेदारी बनने दे रहे थे. इस तरह से एक टीम को उस बड़ी साझेदारी का फायदा मिल रहा था लेकिन दूसरी टीम को ऐसा लाभ नहीं मिल रहा था.’
भारतीय टीम का आगे का कार्यक्रम काफी व्यस्त है. उसे न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला से शुरुआत करनी है. इसके बाद इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी वह घरेलू श्रृंखला खेलेगा.
तेंदुलकर ने कहा, ‘प्रत्येक सत्र महत्वपूर्ण होता है लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि सभी की निगाहें इस सत्र पर टिकी हैं क्योंकि इंग्लैंड के बाद ऑस्ट्रेलिया को आना है. यह प्रतिस्पद्र्धी सत्र होगा.’