भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का मानना है कि सचिन तेंदुलकर का क्रिकेट के प्रति 21 साल बाद भी जो जज्बा है वह ‘बेजोड़’ है.
टीम इंडिया के सबसे सीनियर खिलाड़ी की तारीफों के पुल बांधते हुए धोनी ने कहा, ‘जहां तक सचिन का सवाल है, वह महान है. पचासवां शतक बनाना एक उपलब्धि है लेकिन 21 बरस क्रिकेट खेलने के बाद भी क्रिकेट के प्रति उसका जज्बा वही है.’भारतीय कप्तान ने कहा, ‘मैंने 2004 में पदार्पण किया और मैंने उन्हें नेट सत्र के दौरान अभ्यास करते हुए देखा. वह जिस जज्बे के साथ अभ्यास करते हैं वह पांच बरस बाद भी समान है.’
धोनी ने इस बात पर सहमति जताई कि खेल के प्रति तेंदुलकर के जज्बे की बराबरी नहीं की जा सकती जिससे अधिकांश खिलाड़ी सहमत हैं. उन्होंने कहा, ‘बीस बरस बाद, मुझे लगता है कि उनके साथ खेलने वाले अधिकांश खिलाड़ियों का मानना है कि उसमें खेलते रहने के लिए जज्बा बचा है. सचिन तेंदुलकर के बारे में यही महान चीज है.’ धोनी ने कहा कि इस दिग्गज बल्लेबाज की महानता पर बात करने के लिए एक मीडिया कांफ्रेंस काफी नहीं है.
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान ग्रीम स्मिथ इस बात से खुश थे कि उनकी टीम भारत को पहले टेस्ट में पारी और 25 रन से हराकर ‘दमदार प्रदर्शन’ करने में सफल रही लेकिन उन्होंने मास्टर बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के दबाव के बावजूद 50वां टेस्ट शतक जड़ने की भी प्रशंसा की.
मैच के बाद स्मिथ ने कहा, ‘यह सचमुच काफी दबदबे वाला प्रदर्शन था. हमने चार दिन तक उन पर नियत्रंण बनाये रखा. मुझे लगता है कि सचिन और महेंद्र सिंह धोनी के बीच साझेदारी ही ऐसा क्षण था जब हमारी पकड़ ढीली हो गयी थी.’ तेंदुलकर की प्रशंसा के पुल बांधते हुए स्मिथ ने कहा, ‘इस खिलाड़ी ने 50 टेस्ट शतक बना लिये है इसलिये इस सैकड़े की रेटिंग करना कठिन है. दबाव के बावजूद शतक जड़ना उनकी शानदार उपलब्धि है.’{mospagebreak}
स्मिथ ने कहा, ‘मैं थोड़ा हैरान था कि वह आज सुबह इतना आक्रामक नहीं था और हमारे लिये आसानी हो गयी थी. मुझे लगता है कि इस साझेदारी के लिये धोनी को भी श्रेय देना चाहिए, क्योंकि अगर वह इस भागीदारी में साथ नहीं होता तो सचिन अपना 50वां शतक नहीं बना सकता था.’ उन्होंने कहा, ‘विकेट काफी सपाट हो गया था. यहां काफी गर्मी हो गयी थी और हवा चल रही थी और खिलाड़ियों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया विशेषकर अंत में डेल स्टेन का स्पेल काफी बढ़िया था. हमने तेज गति से रन बनाये थे जिससे हमें भारतीय टीम को समेटने के लिये काफी समय मिल गया.’
वहीं, पहले टेस्ट में हार के बाद भारतीय कप्तान ने कहा कि पहली पारी में भारी अंतर से पिछड़ने के बाद भारत की हार तय थी. दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 484 रन की बढत बना ली थी. धोनी ने एक पारी और 25 रन से मिली हार के बाद कहा, ‘पहली पारी में हम भारी अंतर से पिछड़ गए थे और दक्षिण अफ्रीका ने विशाल स्कोर बना लिया था. दूसरी पारी में बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया.’उन्होंने कहा,‘टॉस जीतने के बाद उनका आधा काम हो गया था. उन्होंने अच्छी गेंदबाजी भी की और उनके बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया.’
मैच के सकारात्मक पहलुओं के बारे में पूछने पर धोनी ने कहा, ‘अधिकांश बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में अच्छी शुरूआत की. गौतम गंभीर ने 80 रन बनाये और सचिन ने शतक जड़ा.’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन कुछ कमजोर पक्ष भी रहे. गेंदबाजों को अच्छा प्रदर्शन करना होगा. हमें जहीर की वापसी का इंतजार है. अगले टेस्ट के लिये गेंदबाजों को सचेत करना और सही रणनीति बनाना जरूरी है.’ {mospagebreak}
दोहरा शतक जड़कर मैन ऑफ द मैच बने जैक्स कालिस ने कहा कि उनके लिये यह खास पल है. उन्होंने कहा, ‘यहां तक पहुंचने में काफी समय लगा लेकिन इंतजार का फल मीठा रहा. मेरे लिये यह खास पल है.’ उन्होंने कहा, ‘हमने अच्छा हरफनमौला प्रदर्शन किया. सेंचुरियन पर बड़ा स्कोर बनाया जा सकता था और हमने वही किया.’
दक्षिण अफ्रीकी कप्तान ग्रीम स्मिथ ने टीम की तारीफ करते हुए कहा कि अब डरबन में वह 2-0 से बढत बनाने उतरेंगे. उन्होंने कहा, ‘हम खुश हैं. यह बड़ी श्रृंखला है और शुरूआत अच्छी रही. हमें अच्छा समर्थन मिला. अब क्रिसमस मनाने के बाद हम डरबन टेस्ट जीतकर श्रृंखला में 2-0 की बढत बनाने की कोशिश करेंगे.’