भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार को कहा कि वह बोर्ड के साथ जारी लाखों डॉलर कीमत की स्पांसरशिप और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से खुद को अलग करने वाले सहारा इंडिया के आधिकारिक पत्र की प्रतीक्षा कर रहा है.
आईपीएल के अध्यक्ष और बीसीसीआई के सदस्य राजीव शुक्ला ने कहा कि स्पांसरशिप से पीछे हटने अथवा एक फ्रेंचाइजी के रूप में आईपीएल से नाता तोड़ने के सहारा इंडिया के फैसले के बारे में हमारी अभी तक उनसे कोई आधिकारिक बातचीत नहीं हुई है. जबतक हमें आधिकारिक रूप से सूचित नहीं कर दिया जाता तबतक हम वैधानिक रूप से प्रतिक्रिया नहीं दे सकते.
यह पूछे जाने पर कि बीसीसीआई के साथ अपने दशकों पुराने सम्बंधों को तोड़ने के अपने फैसले को लेकर सहारा इंडिया को मीडिया में अथवा सार्वजनिक रूप से बयान जारी करने में कोई वैधानिक अड़चन नहीं आई. इस पर, शुक्ला ने कहा कि बोर्ड से नाता तोड़ने के लिखित कारण प्राप्त होने के बाद ही हम प्रतिक्रिया दे सकने में सक्षम होंगे क्योंकि अनुबंध अथवा समझौते कुछ नियम एवं शर्तो के तहत हुए हैं.
आईपीएल 2012 के पांचवें संस्करण की नीलामी से इतर शुक्ला ने कहा कि सहारा से उसके फैसले पर लिखित में कोई दस्तावेज पाए बगैर आप हमसे प्रतिक्रिया की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? सहारा यदि कल अपनी बात से पलट जाए और यह कहे कि वह आईपीएल से हटने अथवा स्पांसरशिप छोड़ने का इच्छुक नहीं है तब क्या होगा? हम उनकी चिंताओं अथवा विवादों का अध्ययन करने के बाद ही उचित तरीके से प्रतिक्रिया देंगे.
भारतीय क्रिकेट को स्पांसरशिप न देने अथवा शुरू होने वाले आईपीएल मुकाबलों में हिस्सा न लेने के सहारा के एकतरफा फैसले से किसी नकारात्मक प्रभाव की आशंकाओं को दूर करते हुए शुक्ला ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और यह घटना तब हुई है जब आईपीएल की नीलामी चल रही थी और भारतीय टीम आस्ट्रेलिया में है