सहारा इंडिया ग्रुप ने भारतीय हॉकी के साथ अपने रिश्तों को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्रीय पुरुष और महिला टीमों के प्रायोजन के लिए पांच साल के नए करार पर हस्ताक्षर किए हैं. साथ ही पिछले करार से 170 प्रतिशत अधिक प्रायोजन राशि की घोषणा की गई.
राष्ट्रीय खेल के समर्थन में 2003 में आगे आने वाले सहारा समूह ने हॉकी के विकास में तहेदिल से समर्थन का आश्वासन दिया.
सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत राय ने कहा, ‘यह हमारा राष्ट्रीय खेल है और हम इस खेल के साथ जुड़कर गर्व महसूस कर रहे हैं. खेल का संरक्षण और समर्थन जारी रखने की हमें खुशी है. हम आगामी वर्षों में हॉकी के खेल में बड़ी उपलब्धियां और सफलता हासिल करेंगे और सहारा इंडिया परिवार प्रत्येक स्तर पर खेल के विकास के लिए प्रतिबद्ध है.’
सीनियर टीमों के अलावा समूह जूनियर टीमों का भी प्रायोजन करेगा. यह प्रायोजन करार सहारा के जमीनी स्तर पर खेल को बढ़ावा देने के कार्यक्रम का हिस्सा है.
इसके अलावा सहारा भारतीय मुक्केबाजी, कुश्ती, तीरंदाजी, निशानेबाजी, ट्रैक एवं फील्ड और टेनिस से भी जुड़ा है और कुल 95 खिलाड़ियों का प्रायोजन करता है.
इस मौके पर हॉकी इंडिया के महासचिव नरेंद्र बत्रा ने कहा, ‘मैं इस मौके पर आगे आने और हॉकी का समर्थन करने के लिए सहाराश्री सुब्रतो राय को धन्यवाद देता हूं जो खेलों के महान संरक्षक हैं.’
बत्रा ने कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि इस रिश्ते से खिलाड़ियों को आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में और भी बेहतर प्रदर्शन करने का प्रोत्साहन मिलेगा.’
सहारा का भारतीय हॉकी का प्रायोजन बरकरार रखने का फैसला इसलिए भी अहम है क्योंकि यह समूह कुछ दिन पहले भारतीय क्रिकेट टीम के प्रायोजन से पीछे हट गया था और उसने आईपीएल की फ्रेंचाइजी पुणे वारियर्स का मालिकाना हक भी छोड़ दिया था.