विपक्षी दलों के समर्थन से राष्ट्रपति का चुनाव लड़ रहे पी.ए. संगमा ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) के उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है, इसके लिए उन्होंने एक दल बनाया है, जो पूरे प्रकरण की समीक्षा कर रहा है.
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार संगमा रविवार को मध्य प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के सांसद, विधायकों से समर्थन हासिल करने भोपाल पहुंचे. उन्होंने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि मुखर्जी द्वारा भारतीय सांख्यिकी संस्थान के अध्यक्ष पद से दिए गए इस्तीफे में किए गए हस्ताक्षर के मसले को लेकर वह कानूनीविदों से परामर्श कर रहे हैं. इसके लिए बनाए गए दल में रामजेठमलानी व सुब्रहमण्यम स्वामी भी हैं.
संगमा से बहुमत पक्ष में न होने के बाद भी जीत का भरोसा जताए जाने पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें भगवान पर भरोसा है और चमत्कार की उम्मीद है. इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस के लोग भी उनके पक्ष में मतदान करेंगे ऐसी उन्हें उम्मीद है.
एक सवाल के जवाब में संगमा ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव गैर दलीय आधार पर है, लिहाजा वे और मुखर्जी दोनों ही निर्दलीय उम्मीदवार की हैसियत से चुनाव लड़ रहे हैं. राष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद पर किसी जनजातीय वर्ग के व्यक्ति के निर्वाचित न होने का मुद्दा भी उन्होंने उठाया.
इससे पहले भोपाल पहुंचे संगमा का स्टेट हैंगर पर बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ जनजातीय वर्ग के समूहों ने उनका जोरदार स्वागत किया. अपने स्वागत में जनजातीय समूहों को देखकर संगमा भावविभोर हो गए और वे भी उनके की रंग में रंग गए. संगमा ने नृतक दलों के साथ ढोल भी बजाया.
संगमा के साथ बीजेपी की नेता सुषमा स्वराज, अनंत कुमार भी भोपाल पहुंचे हैं. इन नेताओं की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा ने अगवानी की.