scorecardresearch
 

ब्याज दरें घटने की उम्मीद में संभला बाजार, सेंसेक्स 94 अंक नीचे

देश की आर्थिक वृद्धि के निराशाजनक आंकडों से गुरुवार को स्थानीय शेयर बाजारों में बिकवाली का दबाव बढ़ गया था पर वित्त मंत्री की प्रतिक्रिया तथा रिजर्व बैंक की ओर से कर्ज सस्ता करने के उपाय की उम्मीद में बाजार शुरुआती गिरावट से थोड़ा उबर गया.

Advertisement
X
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज

देश की आर्थिक वृद्धि के निराशाजनक आंकडों से गुरुवार को स्थानीय शेयर बाजारों में बिकवाली का दबाव बढ़ गया था पर वित्त मंत्री की प्रतिक्रिया तथा रिजर्व बैंक की ओर से कर्ज सस्ता करने के उपाय की उम्मीद में बाजार शुरुआती गिरावट से थोड़ा उबर गया.

Advertisement

बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स कुल मिला कर 94 अंक गिर कर बंद हुआ. एक समय 30 शेयरों वाला यह प्रमुख सूचकांक 226 अंक तक टूट गया था. अंतिम पहर यह गिरावट से थोड़ा उबरा और 94 अंक नीचे 16,218.53 अंक पर बंद हुआ. यूरोपीय शेयर बाजारों के बढ़त के साथ खुलने से भी बाजार को उबरने में मदद मिली.

नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 26.50 अंक की गिरावट के साथ 4,924.25 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह दिन के निचले स्तर 4,888.55 अंक पर आ गया था. ब्रोकरों ने कहा कि जीडीपी वृद्धि दर में तेज गिरावट से रिजर्व बैंक पर ब्याज दरें घटाने का दबाव बढ़ेगा.

इसके अलावा, वित्त मंत्री के बयान से भी बाजार की धारणा में सुधार हुआ. मुखर्जी ने कहा कि सरकार वृद्धि दर में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाएगी. वैश्विक दिक्कतों और घरेलू समस्याओं के चलते मार्च तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर घटकर नौ साल के निचले स्तर 5.3 प्रतिशत पर आ गई.

Advertisement

वर्ष 2011-12 में जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रही. निवेशकों ने वाहन, बैंकिंग, टिकाउ उपभोक्ता सामान व मशीनरी बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में बिकवाली की, जबकि आईटी और प्रौद्योगिकी शेयरों में लिवाली ने बाजार को और गिरने से संभाला.

बुधवार को 11.8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज करने वाला टाटा मोटर्स गुरुवार को 4.17 प्रतिशत टूट गया. आईसीआईसीआई बैंक में 4 प्रतिशत, मारुति में 3.86 प्रतिशत और जिंदल स्टील में 2.57 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.

Live TV

Advertisement
Advertisement