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सेक्स, साजिश और कत्ल की अनूठी दास्‍तान

रोज़ की तरह सूरज के सोकर उठते ही मुंबई की लाइफ़-लाइन वापस पटरी पर आ चुकी थी. महानगर की भीड़ का बोझ उठाने और उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचान के लिए लेकिन घड़ी ने जैसे ही 10 बजाए अचानक गोराई पुलिस स्टेशन के फ़ोन की घंटी घनघना उठी.

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रोज़ की तरह सूरज के सोकर उठते ही मुंबई की लाइफ़-लाइन वापस पटरी पर आ चुकी थी. महानगर की भीड़ का बोझ उठाने और उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचान के लिए लेकिन घड़ी ने जैसे ही 10 बजाए अचानक गोराई पुलिस स्टेशन के फ़ोन की घंटी घनघना उठी.

फोन करने वाले शख्स नें पुलिस को बताया कि मुंबई के मनोरी बीच पर एक लाश पड़ी है. ये लाश चूंकि समंदर के किनारे मिली थी लिहाजा पुलिस टीम फोन रखते ही मनोरी बीच की तरफ रवाना हो जाती है.

बीच पर पहुंचते ही पुलिस ही पुलिस अफसरों के होश उड़ जाते हैं. कत्ल के बाद लाश के चेहरे को बुरी तरह से खराब कर दिया गया था. मुंबई मे गोराई इलाके के मनोरी बीच पर सुबह एकाएक पुलिस की गहमागहमी देखकर बीच पर आये लोग भी सकते मे आ गए. इस लाश को देखकर लगा रहा था की पहले तो किसी ने चाकुओ से वार किया और बाद मे हत्यारों ने लाश का चेहरा भी पास मे ही पड़े पत्थर से बिगाड दिया था.

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कातिलों का मकसद साफ था कि किसी भी सूरत में मरने वाले की शिनाख्त ना हो सके. मौका ए वारदात पर कत्ल में इस्तेमाल पत्थर भी मौजूद था लेकिन ये लाश किसकी है और कातिल कौन है इसका पता लगानान मुंबई पुलिस के बड़ी चुनौती बना हुआ था.

शुरुआत में तो कातिलों की चाल कामयाब होती दिख रही थी. लाश का चेहरा बिगड जाने से लाश को पहचानना मुश्किल हो रहा था. पुलिसवालो ने लाश के कपड़ो की तलाशी ली लेकिन सुराग के नाम पर कुछ हाथ नहीं लगा.

पुलिस वालों की नज़र लाश के पास पड़े एक मोबाइल फोन पर पड़ी. पुलिस वालो ने मोबाइल उठाया और फिर शुरू हुई मामले की तफ्तीश. मोबाइल के ज़रिये पता चला की मरने वाले शख्स का नाम रमेश देढिया है. रमेश मुंबई के मालवानी इलाके का रहने वाला था और पेशे से स्टॉक ब्रोकर है. अब पुलिस अपनी तफ्तीश की पहली सीढ़ी चढ़ चुकी थी लेकिन कातिल के गिरेहबांन तक पहुंचना पुलिस के लिए आसान नहीं था.

लाश मुंबई के मशहूर बीच पर मिली थी. लिहाजा पुलिस बेहद चौकन्नी थी. जांच में किसी भी तरह की ढिलाई केस खराब कर सकती थी. पुलिस के सामने कई बड़े सवाल मुंह फैलाए खड़े थे मसलन आखिर कौन है स्टॉक ब्रोकर का कातिल? किसने उसे मारा? और वो कौन था जिसने इतना जोखिम उठा कर कत्ल सरेआम समंदर के किनारे किया? मुंबई पुलिस के जेहीन दिमाग अफसरों का इम्तेहान लेने के लिए एक और केस उनके सामने आ चुका था.

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पुलिस जल्द से जल्द क़त्ल के इस केस को सुलझा लेना चाहती थी लेकिन उसकी मुश्किल ये थी कि उसके पास मक्तूल की पहचान और एक अदद मोबाइल फोन के अलावा ऐसा कुछ भी नही था जो कातिल का सुराग दे पाता. आखिर  रमेश की किसी से ऐसी क्या दुश्मनी थी कि क़ातिल ने लाश का चेहरा पत्थर से बुरी तरह से कुचल दिया था और सबसे बड़ा सवाल ये कि कातिल ने क़त्ल के लिए समंदर का किनारा ही क्यों चुना.

मुंबई के बीच पर हुआ ये कत्ल पुलिस के लिए एक पहेली बना हुआ था. यही वजह थी कि पुलिस जल्द से जल्द कातिल तक पहुचना चाहती थी लेकिन मुश्किल ये थी कि पुलिस के पास लाश की पहचान और एक अदद मोबाइल फोन के अलावा ऐसा कुछ भी नही था तो कातिल का सुराग दे पाता.

आखिर कौन शेयर ब्रोकर रमेश देढिया से किसी की क्या दुश्मनी हो सकती है जो उसको मौत के घाट उतार दिया गया. इतनी बेरहमी से क़त्ल के पीछे आखिर वजह क्या थी और सबसे बड़ा सवाल ये कि कातिलों ने कत्ल के लिए समुंदर का किनारा ही क्यों चुना.

चूंकि कत्ल समंदर के किनारे हुआ था लिहाजा पुलिस को शक ही नही बल्कि पूरा यकीन था कि हो ना हो कातिल देढिया के जानने वाले थे और उन्होने देढिया को बीच पर बुलाया और चाकुओ से गोदकर उसका खून कर दिया.

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मर्डर का ये मामला चारों तरफ से सैकड़ों सवालों से घिरा हुआ था जबकि सुराग के नाम पर पुलिस के हाथ लगा था तो सिर्फ रमेश देढिया का मोबाइल फोन. मोबाइल फोन ने ही देढिया की पहचान बताई. पुलिस को उम्मीद थी कि ये मोबाइल फोन ही उन्हें कातिलों तक भी पहुचायेगा. लिहाजा पुलिस ने रमेश देढिया के फोन रेकॉर्ड्स खंगालाने शुरू कर दिए.

पुलिस को जब देढिया के फोन कॉल रिकॉर्ड्स मिले तो उसे देख कर पुलिस भौचक्की रह गई. रमेश जितनी बात अपनी बीवी से नहीं करता उससे ज्यादा अपनी बीवी की बहन यानी साली की बेटी से किया करता था.

पहली नज़र मे पुलिस का शक रमेश की भांजी पर ही गया लेकिन तभी पुलिस को रमेश के कॉल रिकॉर्ड्स मे एक और बात दिखी. रमेश की मौत से पहले उसकी आखिरी बार बात भी जुही से ही हुई थी. जुही को हिरासत मे लेने के लिए इतना शक पुलिस के लिए काफी था और पूछताछ के लिए जुही को हिरासत मे लिया गया.

पुलिस ने पूछताछ शुरू की. शुरुआत मे पुलिस को जुही ने इस हत्याकांड मे किसी तरह से हाथ होने से साफ़ इंकार करती रही लेकिन जब पुलिस ने जब सख्ती दिखाई तो जूही टूट गई और एक सेक्स, साजिश और कत्ल की ऐसी कहानी सामने आई जिसे सुनकर सभी के होश उड़ गएं.

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