यूपीए सरकार की सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के कांग्रेस से नाराज होने की खबर है. एनसीपी सूत्रों के अनुसार शरद पवार और प्रफुल्ल पटेल ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को अपना इस्तीफा भेज दिया है.
हालात की गंभीरता को देखते हुए मनमोहन सिंह ने शरद पवार से फोन पर बात की है.
इससे पहले गुरुवार को ही कृषि मंत्री शरद पवार को सरकार में दूसरे नंबर की हैसियत नहीं दिए जाने से नाराज एनसीपी मंत्रियों ने केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक का बहिष्कार किया. वरीयता सूची में एनसीपी प्रमुख का नाम तीसरे नंबर पर किए जाने से नाराज कृषि मंत्री पवार और भारी उद्योग मंत्री प्रफुल्ल पटेल प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता वाली बैठक में शामिल नहीं हुए.
एनसीपी प्रवक्ता डीपी त्रिपाठी ने बताया था, ‘हम बैठक में शामिल नहीं हुए.’ उन्होंने हालांकि कोई कारण नहीं बताया और कहा, ‘कोई टिप्पणी नहीं.’ मंत्रिमंडल की बैठक प्रधानमंत्री आवास पर शाम छह बजे थी और पवार पटेल तथा त्रिपाठी के साथ यहां अपने आवास पर थे. सरकार में वरीयता क्रम में दूसरा स्थान रखने वाले प्रणब मुखर्जी ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के चलते सरकार से त्याग पत्र दे दिया था.
विवाद तब शुरू हुआ जब मंत्रिमंडल की पिछली बैठक में यह संकेत देते हुए प्रधानमंत्री के बगल वाली कुर्सी रक्षामंत्री एके एंटनी को दे दी गई कि अब वरीयता सूची में दूसरे नंबर पर उनका नाम है. पवार को एंटनी के बगल वाली कुर्सी मिली थी. इस कुर्सी पर वह तब भी बैठा करते थे जब मुखर्जी सरकार में थे. इससे संभवत: पवार नाराज हो गए. एनसीपी ने गत शनिवार को उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर हुई संप्रग की बैठक से भी खुद को दूर रखा था.