गृहमंत्री पी. चिदंबरम के समय से जिस निंदनीय परंपरा की शुरुआत हुई वह बाबा रामदेव के चेहरे से होते हुए आज सोनिया गांधी की पोस्टर तक पहुंच गई है. कांग्रेस मुख्यालय पर सोनिया की पोस्टर को कालिख पोत दी गई. कालिख पोतने वाला खुद को भगत सिंह क्रांति दल का सदस्य बताया है. इसी दल के लोगों ने टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण पर भी हमला किया था.
चिदंबरम पर जूता फेंकने की घटना के बाद तो चप्पल फेंकने की घटना शुरू हो गई. इसके शिकार बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी हुए और कांग्रेसी नेता नवीन जिंदल भी. कई और नेता भी इसके शिकार हुए.
फिर टीम अन्ना के सदस्य प्रशांत भूषण पर जोरदार तरीके से हमला हुआ. उधर अरविन्द केजरीवाल भी एक विरोधी से यूपी में चांटा खा गए.
केंद्रीय मंत्री शरद पवार भी थप्पड़ का शिकार हुए जिसके कारण सड़क से लेकर संसद तक काफी बवाल हुआ. शरद पवार को लगी थप्पड़ की गूंज महाराष्ट्र में भी सुनाई दी और दिल्ली में भी. दिल्ली के संसद भवन में सभी पार्टी के नेताओं ने इसकी निंदा की.
फिर बाबा रामदेव का स्याही फेंकी गई. हालांकि बाबा रामदेव इससे पहले जूता उछाले जाने का शिकार हो चुके हैं. बाबा रामदेव ने आजतक के साथ खास मुलाकात में इसके लिए कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार ठहराया. रामदेव समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. आज सोनिया गांधी की पोस्टर पर कालिख पोतने की घटना हुई है.
सोनिया की पोस्टर कालिख पोतने की घटना पर सभी दलों के नेताओं ने कड़े शब्दों में निंदा की है. फिलहाल कालिख पोतने वाला पुलिस की गिरफ्त में है.