केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (संप्रग) राष्ट्रपति चुनाव से पहले एकजुटता प्रदर्शित करने में सफल रहा. राष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले बुधवार को संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से रखे गए दोपहर के भोज में तृणमूल कांग्रेस सहित संप्रग के सभी सहयोगी दलों के प्रतिनिधि पहुंचे.
तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव में संप्रग उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी को समर्थन देने की मंगलवार को घोषणा किए जाने के बाद बुधवार को सोनिया के भोज में पार्टी के सांसद के. डी. सिंह और सुकेंदु शेखर रॉय को भेजा.
संवाददाताओं से बातचीत में के. डी. सिंह ने कहा, 'हम गठबंधन धर्म की मजबूरियों से बंधे हैं.' सोनिया के भोज में संप्रग में शामिल द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) तथा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अतिरिक्त इसे बाहर से समर्थन दे रही समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसदों ने भी हिस्सा लिया.
पूर्व सपा सांसद जया प्रदा भी भोज में शामिल हुईं. कई केंद्रीय मंत्री भी इसमें मौजूद थे. एक सांसद ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि सोनिया बहुत 'खुश व चिंतामुक्त' लग रही थीं. तृणमूल ने हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि वह उपराष्ट्रपति चुनाव में किसे समर्थन देगी, लेकिन पार्टी सूत्रों का कहना है कि वह संप्रग के उम्मीदवार मौजूदा उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को ही समर्थन दे सकती है.
सूत्रों ने बताया कि तृणमूल के अधिकतर सांसद राष्ट्रपति चुनाव के लिए कोलकाता में ही मतदान करेंगे. वहीं, कांग्रेस के सांसद राष्ट्रीय राजधानी में मतदान कर सकेंगे. तृणमूल के समर्थन से प्रणब को निर्वाचक मंडल के 7,35,000 वोट मिल सकते हैं, जबकि विपक्षी उम्मीदवार व लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष पुर्नो संगमा 3,13,000 वोट प्राप्त कर सकते हैं.