ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि भारत से दुनिया भर में एक ऐसा बैक्टीरिया फैल रहा है, जिसका कोई इलाज नहीं है. ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने इसे एनडीएम-1 ना दिया है जबकि आम बोलचाल में इसे न्यू डेल्ही बैक्टीरिया कहा जा रहा है.
दरअसल यह एक तरह का एंजाइम है, जो अगर किसी बैक्टीरिया में चला जाए, तो उस पर कोई दवा असर नहीं करती. यह बैक्टीरिया उन मरीजों में मिला है जो भारत या पाक से सर्जरी कराकर लौटे हैं.
इस बैक्टीरिया से गैस्ट्रिक प्रॉब्लम शुरू हो जाती हैं, जिसके चलते मल्टिपल ऑर्गन फेल्योर और मरीज की मौत तक होने की आशंका रहती है. इसके मरीजों में पेशाब में इन्फेक्शन और जैसे शुरुआती लक्षण दिख सकते हैं.
ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने इस सुपरबग को दुनिया के लिए खतरा बताया है। हालांकि भारतीय डॉक्टरों ने इस बात को गलत बताया है कि ये सुपरबग भारत में पैदा हुआ. उनका कहना है कि हो सकता है कि यह पश्चिमी प्रोपेगंडा का हिस्सा हो.
वहीं सुपरबग पर संसद में भी चिंता जताई गई. बीजेपी के एसएस अहलूवालिया ने मामले पर चिंता जताते हुए कहा कि यह संभावित साज़िश भी हो सकती है. कांग्रेस की जयंती नटराजन ने भी अहलूवालिया का समर्थन किया. वहीं सरकार की तरफ से पृथ्वीराज चौहान ने कहा कि वह मामले की जांच कराकर रिपोर्ट सौंपेंगे.