मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी :माकपा: के महासचिव प्रकाश करात ने कहा है कि जबतक राहुल गांधी अपने आप को समाजवादी घोषित नहीं करते, अगले चुनाव के बाद तक कांग्रेस को समर्थन करने की कोई संभावना नहीं है.
करात ने एक पत्रिका को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘जबतक राहुल गांधी खुद को समाजवादी घोषित नहीं करते और नया आर्थिक घोषणापत्र नहीं लाते तबतक कांग्रेस को समर्थन देने की संभावना नहीं है.’
इस पत्रिका की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार करात इस प्रश्न का उत्तर दे रहे थे कि यदि वर्ष 2014 में आम चुनाव में भाजपा सबसे बड़े दल के रूप में उभरकर सामने आती है तो क्या माकपा ‘धर्मनिरपेक्षता’ के सिद्धांत पर कांग्रेस का समर्थन करेगी.
उल्लेखनीय है कि माकपा की अगुवाई में वामदलों ने वर्ष 2008 में भारत अमेरिका परमाणु करार के मुद्दे पर संप्रग प्रथम सराकर से समर्थन वापस ले लिया था.
करात का साक्षात्कार ऐसे समय में आया है जब माकपा ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में संप्रग उम्मीदवार के रूप में प्रणब मुखर्जी के नाम पर मुहर लगायी है और उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को फिर से इस पद के लिए नामित किये के पक्ष में सहजता का संकेत दिया है.
जब करात से मुलायम सिंह यादव के हाल के राजनीतिक कदमों के बारे में पूछा गया तब उन्होंने मजाक में कहा, ‘उन्हें लगता है कि इसकी प्रबल संभावना है कि वह प्रधानमंत्री बन सकते हैं.’ उन्होंने वामदलों द्वारा तीसरे या चौथे मोर्चे बनाने के किसी प्रयास से इनकार किया.
उन्होंने कहा, ‘हम क्षेत्रीय दलों के विकास को सकारात्मक घटनाक्रम के रूप में देखते हैं. लेकिन उसी के साथ सुसंगत अखिल भारतीय मोर्चा का गठन करना कठिन है. यही वजह है कि हमें इसमें रूचि नहीं है.’
माकपा नेता ने यह भी कहा, ‘जरूरत तो है लेकिन तीसरा मोर्चा के बारे में सोचना हकीकत से परे है.’