दो प्रमुख कार्यकर्ताओं, प्रशांत भूषण और स्वामी अग्निवेश ने उच्चतम न्यायालय द्वारा नक्सली नेता चेरूकुरी राजकुमार उर्फ आजाद की वर्ष 2010 में मुठभेड़ में मौत मामले की न्यायिक जांच या विशेष जांच दल से जांच कराये जाने की मांग खारिज कर दिये जाने की आलोचना की.
स्वामी अग्निवेश और चर्चित वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि यह मामला स्वतंत्र न्यायिक आयोग या विशेष जांच दल से जांच कराये जाने के लिये ‘पूरी तरह से फिट मामला’ है.
दोनों ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘उच्चतम न्यायालय आसानी से मामले की एक न्यायिक जांच का आदेश दे सकती थी. दुर्भाग्य से उसने ऐसा नहीं किया.’