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एशियाड में भी ‘स्वर्णिम सफर’ जारी रखना चाहूंगा: सुरंजय

पिछले डेढ़ साल में सात स्वर्ण पदक अपनी झोली में डालकर दर्शकों के चहेते बने मुक्केबाज सुरंजय सिंह ने भरोसा जताते हुए कहा कि अपने पहले एशियाई खेलों में भी वह इसी लय को जारी रखते हुए देश को सोने का तमगा दिलाने की कोशिश करेंगे.

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पिछले डेढ़ साल में सात स्वर्ण पदक अपनी झोली में डालकर दर्शकों के चहेते बने मुक्केबाज सुरंजय सिंह ने भरोसा जताते हुए कहा कि अपने पहले एशियाई खेलों में भी वह इसी लय को जारी रखते हुए देश को सोने का तमगा दिलाने की कोशिश करेंगे.

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‘छोटा टायसन’ के नाम से मशहूर यह मणिपुरी पिछले दो साल से अंतरराष्ट्रीय स्तर के टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन कर प्रशंसकों के दिलों में अपनी खास जगह बना चुका है. हाल में राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले सुरंजय (52 किग्रा) इस बात से पूरी तरह वाफिक हैं कि ग्वांगझू में 12 नवंबर से शुरू होने वाले एशियाड में उन्हें मेजबान देश चीन के अलावा कई एशियाई देशों के मुक्केबाजों से कड़ी चुनौती मिलेगी.

सुरंजय ने कहा, ‘‘मैं जानता हूं कि एशियाई खेलों में सफर इतना आसान नहीं होगा, लेकिन हम राष्ट्रमंडल खेलों के साथ एशियाड की तैयारियों में जुटे हुए थे और मुझे पूरा भरोसा है कि मैं देश को निराश नहीं करूंगा. ’’

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘स्वर्णिम सफर’ का राज पूछने पर इस नाटे कद के मुक्केबाज ने कहा, ‘‘कोई राज नहीं हैं, लेकिन मैं हर बाउट को फाइनल की तरह लेता हूं और सिर्फ एक ही बाउट पर ध्यान लगाता हूं. मैं विपक्षी को देखकर तभी अपनी रणनीति तैयार करता हूं. लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर के दिग्गज मुक्केबाजों की वीडियो देखकर मैं उनके स्टाइल से काफी कुछ सीख रहा हूं. ’’

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