लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कोयला आवंटन विवाद पर खामोश रहना पसंद करने संबंधी मनमोहन सिंह के बयान को लेकर उन पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्हें ‘अपनी चुप्पी पर गर्व है.’
सुषमा ने कहा कि वह पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्हें अपनी चुप्पी पर गर्व है. सुषमा ने सिंह के उस बयान का उल्लेख किया जिसमें उन्होंने उर्दू का एक शेर उर्धत करते हुए कहा था कि ‘हजारों जवाबों से अच्छी है खामोशी मेरी’. सुषमा ने कहा कि आप बोले तो काम बने, खामोशी गलतफहमियां बढ़ाती हैं. उन्होंने आगे कहा कि यह आपकी खामोशी का सम्मान रखने का नहीं बल्कि अपनी (स्वयं) की प्रतिष्ठा बनाये रखने का सवाल है.
उन्होंने केसी कालेज में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं यह सभा को इसलिए संबोधित कर रही हूं ताकि आप यह जान सकें कि हम (कोयला आवंटन मुद्दे पर) संसद की कार्यवाही क्यों बाधित कर रहे हैं.