पश्चिम बंगाल में स्थानीय निकायों के लिए हुए चुनावों में अपनी कामयाबी से उत्साहित तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि नतीजे दिखाते हैं कि पार्टी अकेले ही राज्य में शासन कर सकती है.
पार्टी महासचिव मुकुल राय ने कहा कि चुनावों के नतीजों से साबित हो गया है कि राज्य में शासन करने के लिए तृणमूल कांग्रेस के पास पर्याप्त शक्ति है.
प्रदेश में छह स्थानीय निकायों के लिए चुनाव हुए थे उनमें से चार पर तृणमूल कांग्रेस विजयी हुई है. केंद्र और राज्य सरकारों में तृणमूल और कांग्रेस सहयोगी हैं लेकिन चुनावों में दोनों पाटियों ने अलग अलग उम्मीदवार उतारे थे.
राय ने कहा, ‘यह स्थापित हो गया है कि बंगाल में तृणमूल अकेले ही चुनाव लड़ सकती है और चुनावों में सफल हो सकती है. हमने माकपा, कांग्रेस, भाजपा और माओवादियों के खिलाफ संघर्ष किया.’
उन्होंने कहा, ‘नतीजों से स्पष्ट होता है कि न सिर्फ माकपा बल्कि कई अन्य पार्टियां भी बंगाल में महत्वहीन हो रही हैं.’
राय ने कहा कि स्थानीय निकाय के लिए चुनावों के नतीजों से स्पष्ट है कि लोग तृणमूल कांग्रेस के साथ हैं और उन्होंने एक बार फिर ममता बनर्जी के नेतृत्व में भरोसा जताया है.’
उन्होंने कहा कि छह निकायों की कुल 129 सीटों में 72 सीटों पर तृणमूल को जीत मिली है जबकि पहले उसके पास 19 सीटें थीं. उन्होंने कहा कि वाम मोर्चे की सीटों की संख्या 79 से घटकर 38 रह गयी हैं.
नादिया जिले में कूपर्स कैंप स्थानीय निकाय में कांग्रेस की फिर से जीत को राय ने बहुत महत्वपूर्ण नहीं बताया.
पश्चिम बंगाल में पिछले साल संपन्न विधानसभा चुनावों के बाद यह पहला महत्वपूर्ण चुनाव था. इसमें तृणमूल ने माकपा के गढ़ माने जाने वाले धूपगुडी, पंसकुरा और नलहटी तथा दुर्गापुर औद्योगिक क्षेत्र में जीत हासिल की है. कूपर्स कैंप में कांग्रेस को जीत मिली है.