सीबीआई ने सेना को टाट्रा ट्रक की आपूर्ति में कथित खामियों के सिलसिले में मंगलवार को भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) के पूर्व निदेशक वी. मोहन, कम्पनी के वर्तमान प्रमुख वी.आर.एस नटराजन और ब्रिटेन स्थित वेक्ट्रा समूह के प्रमुख रवि ऋषि से पूछताछ की.
सीबीआई ने चार देशों में कथित रूप से ऋषि से जुड़ी कम्पनियों के बारे में जानकारी पाने के लिए तीनों से पूछताछ की. ज्ञात हो कि एजेंसी कम से कम पांच कम्पनियों की चेक गणराज्य, स्लोवाकिया, ब्रिटेन एवं लिचेंस्टीन में निभाई गई कथित भूमिका की जांच कर रही है.
सूत्रों ने बताया कि मोहन से लगातार दूसरे दिन पूछताछ की गई जबकि कम्पनियों की हिस्सेदारी का स्वरूप जानने के लिए ऋषि से आठवीं बार पूछताछ की गई.
इन कम्पनियों ने स्लोवाकिया स्थित टाट्रा सिपोक्स एवं चेक गणराज्य स्थित टाट्रा एएस के साथ ठेकों पर हस्ताक्षर किए हैं और आशंका है कि इन कम्पनियों का मालिकाना हक ऋषि के पास है.
ऋषि अपने द्वारा संचालित कुछ कम्पनियों से टाट्रा ट्रकों के अलग-अलग हिस्सों को खरीदा करते थे और उसके बाद उन हिस्सों को बीईएमएल को आपूर्ति किया करते थे. ज्ञात हो कि जांच एजेंसी ने गत 30 मार्च को बेंगलुरू एवं नई दिल्ली स्थित टाट्रा कार्यालयों पर छापे मारे थे.
ऋषि ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. उनका कहना है कि ट्रकों को सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम बीईएमएल के जरिए बेचा गया. उन्होंने यह भी कहा कि सेना प्रमुख जनरल वी.के. सिंह द्वारा टाट्रा ट्रकों के बारे में लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं.
उल्लेखनीय है कि सेना प्रमुख ने आरोप लगाया है कि लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) तेजिंदर सिंह ने घटिया टाट्रा ट्रकों की आपूर्ति की मंजूरी देने के लिए उन्हें 14 करोड़ रुपये की पेशकश की थी. सेना प्रमुख के इस आरोप के बाद टाट्रा कार्यालयों पर छापे पड़े.