जन लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर टीम अन्ना के सदस्यों की ओर से राष्ट्रीय राजधानी स्थित जंतर..मंतर पर आयोजित अनशन स्थल पर छोटे-छोटे समूहों में लोग जुटने लगे हैं.
अनशन स्थल पर सुरक्षा समेत तमाम चाक चौबंद व्यवस्था की गयी है. आंदोलन से जुड़े लोग देश भक्ति से जुड़े गीत पेश कर रहे हैं. मंच पर गांधीजी की तस्वीर लगायी गयी है. इसके साथ ही टीम अन्ना ने जिन केन्द्रीय नेताओं के खिलाफ स्वतंत्र जांच कराने की मांग की है उनकी तस्वीरें भी टांग दी गई हैं.
गर्मी और उमस के बावजूद महिलाओं और युवाओं की उपस्थिति देखी जा रही है. उनके अलावा वहां स्कूली छात्र छात्राएं और अन्य बच्चे भी हैं. मुख्य मंच के इर्द-गिर्द विभिन्न काउंटर बनाए गये हैं. अन्ना और जनलोकपाल से संबंधित किताबें और सीडी बिक्री के लिए लगायी गयी हैं.
अनशन स्थल पर आने वाले लोगों की सुविधा के लिए एक बड़ा सा एलईडी स्क्रीन लगाया गया है जिस पर मुख्य मंच पर चल रहे कार्यक्रम का प्रसारण किया जा रहा है. मुख्य मंच के ठीक सामने प्रसारण की व्यवस्था की गयी है. इस बार भी तिरंगा और ‘मैं अन्ना हूं’ टोपी का जलवा दिख रहा है.
बहरहाल, टीम अन्ना के बुधवार 25 जुलाई से शुरू हो रहे अनिश्चितकालीन अनशन को लेकर अन्ना हजारे और उनके साथियों के अलग अलग रुख सामने आये हैं. जहां हजारे ने लोकपाल विधेयक के लिए आंदोलन की बात कही वहीं उनके सहयोगियों का जोर केवल तीन मांगों पर रहा जिनमें खासतौर पर 15 केंद्रीय मंत्रियों के खिलाफ आरोपों में स्वतंत्र जांच की मांग शामिल रहेगी.
हजारे ने संप्रग सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार चार दिन में कोई फैसला नहीं करती तो वह रविवार से भूख हड़ताल पर बैठेंगे. इससे पहले उन्होंने दिन में घोषणा की थी कि वह कल अनशन में अपने साथियों अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय के साथ बैठेंगे. बाद में उन्होंने कहा कि वह कल भूख हड़ताल की जगह धरने पर बैठेंगे.