सामाजिक कार्यकता अन्ना हजारे के रविवार को जंतर मंतर पर एकदिवसीय उपवास के दौरान उनकी टीम के कुछ सदस्यों द्वारा सांसदों के खिलाफ की गयी कथित अभद्र टिप्पणियों पर लोकसभा में विपक्ष की नेता सहित अनेक सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जतायी और इसके खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित करने की पुरजोर मांग की.
विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि सांसदों को चोर और भ्रष्ट कहना लोकतंत्र के खिलाफ है. वहीं, कांग्रेसी सांसद संजय निरुपम ने कहा कि जनतंत्र में सबको अपनी बात कहने का हक है, लेकिन इस तरह की अमर्यादित भाषा बोलने का हक किसी को नहीं है. उन्होंने कहा कि अन्ना हजारे का आंदोलन जनतंत्र के खिलाफ है.
जदयू नेता शरद यादव ने टीम अन्ना पर हमला बोलते हुए कहा कि आंदोलन हम लोगों ने भी किए हैं. हमने भी गरीबों और मजदूरों की लड़ाई लड़ी है. उन्होंने कहा कि हमने कभी ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं किया. उन्होंने कहा कि टीम अन्ना अपने आंदोलन से भटक गई है. टीम अन्ना ने पूरी संसद का अपमान किया है.
ये सारा मामला रविवार को जंतर मंतर पर जद(यू) नेता शरद यादव पर की गई टिप्पणी को लेकर है. अन्ना के अनशन के दौरान मंच से एक वीडियो दिखाया गया जिसमें शरद यादव को लोकपाल पर टिप्पणी करते हुए दिखाया गया. इसके बाद टीम अन्ना के सदस्य मनीष सिसौदिया ने कहा, 'चोर की दाढ़ी में.. ' इस पर वहां मौजूद हजारों लोगों ने बाकी वाक्य पूरा कर दिया.