भ्रष्टाचार के खिलाफ टीम अन्ना का आंदोलन लगातार तीसरे भी जारी है. उम्मीद जताई जा रही है कि आंदोलन ज्यों-ज्यों आगे बढ़ेगा, काफी तादाद में लोग इससे जुड़ते जाएंगे.
एक ओर टीम अन्ना सरकार की गलत नीतियों के खिलाफ लगातार हमले बोल रही है, दूसरी ओर सरकार भी टीम अन्ना पर निशाना साधने से बाज नहीं आ रही है.
टीम अन्ना यह स्पष्ट कर चुकी है कि आंदोलन का उद्देश्य जनलोकपाल विधेयक है और 15 कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ स्वतंत्र जांच की मांग इसी का हिस्सा है. अनशन पर बैठे टीम अन्ना के सहयोगियों, अरविंद केजरीवाल व गोपाल राय सहित कई लोगों के स्वास्थ्य में गुरुवार को गिरावट दर्ज की गई, जिससे आंदोलनकारियों में थोड़ी चिंता है.
टीम अन्ना ने भ्रष्टाचार से जुड़े आरोपों को लेकर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला बोलने के अगले दिन गुरुवार को शरद पवार सहित कई केंद्रिय मंत्रियों को भी लपेटा. टीम अन्ना ने जंतर मंतर पर जारी अनशन के दौरान कृषि मंत्री शरद पवार, विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा, शहरी विकास मंत्री कमलनाथ, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलास राव देशमुख और कानून मंत्री पर हमला बोला.
अनशन पर बैठे टीम अन्ना के सदस्यों के रक्त में ग्लूकोज के स्तर के स्तर में गिरावट दर्ज की गई. इंडिया अंगेस्ट करप्शन ने बताया कि अनशनरत हरिलाल (60 वर्ष) के सीने में दर्द की शिकायत करने पर उन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया.
बयान के अनुसार, 'अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय के स्वास्थ्य में भी गिरावट दर्ज की गई. अरविद केजरीवाल के रक्त शर्करा का स्तर 96, मनीष का 54 और गोपाल राय का स्तर 75 तक पहुंच गया.' रक्त में शर्करा का सामान्य स्तर 70-140 के बीच होता है.
बहरहाल, देखना यह है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन आगे क्या रंग लेता है.