अफगानिस्तान में काबुल और तीन अन्य शहरों पर तालिबान के सशस्त्र आत्मघाती हमलावरों द्वारा किए गए हमलों में सभी भारतीय सुरक्षित हैं और भारत सरकार हालात पर करीबी नजर रखे हुए है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अफगानिस्तान में भारतीय राजदूत गौतम मुखोपाध्याय ने आतंकवादी हमलों के बाद जमीनी हालात के बारे में विदेश मंत्री एस एम कृष्णा को जानकारी दी है. कृष्णा फिलहाल संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर हैं.
सूत्रों ने बताया कि सभी भारतीय सुरक्षित हैं और सरकार एक कूटनीतिक एनक्लेव समेत काबुल के विभिन्न क्षेत्रों के विस्फोटों और गोलीबारी से दहल उठने की घटना पर करीबी नजर रखे हुए है. विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा कि वह काबुल स्थित दूतावास के लगातार संपर्क में है और कहा जा रहा है कि सभी भारतीय सुरक्षित हैं.
उसने कहा कि काबुल और अफगानिस्तान के अन्य प्रांतों में हमलों की खबरें हैं. इनमें से कुछ हमले काबुल में कूटनीतिक एनक्लेव में हुए हैं जहां अनेक दूतावास हैं. हम काबुल में अपने दूतावास के लगातार संपर्क में हैं. सभी भारतीय नागरिक कथित तौर पर सुरक्षित हैं.
आईटीबीपी महानिदेशक रंजीत सिन्हा ने कहा कि भारतीय दूतावास को कोई खतरा नहीं है क्योंकि तालिबान आतंकवादियों ने रविवार दोपहर जिस स्थान पर हमला किया उससे यह तीन से चार किलोमीटर दूर स्थित है.
अधिकारियों के अनुसार आतंकवादियों ने राजधानी काबुल में वजीर अकबर खान इलाके में पंच सितारा होटल पर हमला किया और कुछ ने अफगान संसद में घुसने का प्रयास किया लेकिन उनका सुरक्षा बलों से सामना हुआ और वे खदेड़ दिए गए. होटल अमेरिकी दूतावास, आईएसएएफ के मुख्यालय, तुर्की के दूतावास, राष्ट्रपति भवन, ईरानी दूतावास और विभिन्न राजनयिक कार्यालयों के पास है.
तालिबान ने हमलों की जिम्मेदारी ली. किसी के भी हताहत होने की फिलहाल खबर नहीं है लेकिन काबुल पुलिस प्रमुख मोहम्मद अयूबी सालंगी के हवाले से बताया गया कि संसद के निकट एक हमलावर मारा गया. सिन्हा ने कहा कि दूतावास परिसर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
आईटीबीपी महानिदेशक सिन्हा ने कहा कि हमने काबुल में भारतीय दूतावास में अपनी सुरक्षा को पुख्ता कर दिया है और उन्हें सतर्क कर दिया है. सभी भारतीय प्रतिष्ठान सुरक्षित हैं. मैं भारतीय दूतावास के अधिकारियों के संपर्क में हूं. काबुल में करीब 400 आईटीबीपी सुरक्षाकर्मी भारतीय दूतावास परिसर की रक्षा में तैनात हैं.