पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के खराब प्रदर्शन ने देश में तीसरे मोर्चे के गठन की संभावना पर चर्चा तेज हो गयी है.
तीसरे मोर्चे के बारे में चर्चा उस समय शुरू हुई जब शिरोमणि अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल ने 14 मार्च को अपने शपथ ग्रहण समारोह में ममता बनर्जी, जयललिता और नवीन पटनायक तथा अन्य गैर कांग्रेसी नेताओं को आमंत्रित किया.
बादल के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस की सहयोगी तृणमूल कांग्रेस के शामिल होने के निर्णय के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा, ‘गठबंधन सहयोगियों के दूसरों के साथ सामाजिक संबंध स्वीकार्य हैं लेकिन अगर चीजें सामाजिक शिष्टाचार की सीमा को पार करती है तब यह अनैतिक हो जाती हैं.’
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजग का विस्तार करने और तीसरे मोर्चे की संभावना के सुझाव संबंधी खबर के बारे में पूछे जाने पर भाजपा नेता एस एस आहलुवालिया ने कहा, ‘अगर ऐसा कोई सुझाव है तब हम (राजग) इस पर चर्चा करेंगे.’
जद यू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि अभी देश में दो गठबंधन संप्रग और राजग है. अभी इस संभावना (तीसरे मोर्चे) के बारे में टिप्पणी करना जल्दबाजी होगी.