विराट कोहली के नाबाद 133 रन से भारत ने त्रिकोणीय श्रृंखला के महत्वपूर्ण एक दिवसीय क्रिकेट मैच में श्रीलंका पर सात विकेट की दर्ज की और इस बल्लेबाज ने इसे अपने अंतरराष्ट्रीय कैरियर की सर्वश्रेष्ठ पारी करार दिया.
कोहली ने मैच के बाद पत्रकारों से कहा, ‘यह मेरे कैरियर की सर्वश्रेष्ठ पारी होनी चाहिए. हम जिन हालात में थे, 320 के लक्ष्य का पीछा करते हुए हमें बोनस अंक की जरूरत थी इसलिये यह अहम मैच था और सही समय पर ऐसी पारी खेलने बाद मुझे लगता है कि यह मेरे लिये शानदार पारी थी.’
यह पूछने पर कि क्या यह पारी उनके आलोचकों को करारा जवाब देगी तो उन्होंने कहा कि इससे अधिक यह पारी खुद को साबित करने के लिये थी. कोहली ने कहा, ‘आलोचक हमेशा रहते हैं, यह पारी इससे कहीं अधिक खुद को साबित करने की थी. अगर आप अच्छा खेलते हो तो आप टीम को जीत की ओर ले जाते हो. यह पारी खेलकर सचमुच अच्छा लग रहा है.’
उन्होंने कहा, ‘पर्थ में मेरी पारी से पहले मैं सोच रहा था कि मीडिया में क्या चल रहा होगा लेकिन इसके बाद मैंने खबरें देखना बंद कर दिया. मैंने खुद को सकारात्मक सोचने के लिये कहा और यह भी कि रन नहीं बनाने का कोई कारण नहीं है. मैंने भरोसा बनाये रखा और मुझे लगता है कि यही महत्वपूर्ण था.’
कोहली ने कहा कि उन्होंने त्रिकोणीय श्रृंखला के पिछले मैचों में कुछ गलतियां की थी जिनमें यहां सुधार करने की कोशिश की. उन्होंने कहा, ‘पिछले मैचों में मैंने कुछ गलतियां की तथा 20 और 30 रन बनाकर आउट हुआ. मैंने प्रत्येक गेंद खेलने की कोशिश की और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हमेशा ऐसा नहीं होता है. यह संभवत: वनडे में मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी है. यह बेहद खास अहसास है.’
श्रीलंकाई कप्तान महेला जयवर्धने ने कहा कि जब कोहली जैसा खिलाड़ी बल्लेबाजी के लिये आदर्श पिच पर इस तरह का प्रदर्शन कर रहा हो तब कोई भी कुछ नहीं कर सकता. उन्होंने कहा, ‘जब वह इस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हो तब आप कुछ नहीं कर सकते.
टूर्नामेंट में पहली बार हमारे गेंदबाजों ने खराब प्रदर्शन किया. केवल कोहली ही नहीं अन्य बल्लेबाजों ने भी बेहतरीन खेल दिखाया.’ जयवर्धने हालांकि फाइनल्स के लिये क्वालीफाई करने के प्रति आश्वस्त दिखे. उन्होंने कहा, ‘क्वालीफाई करना अब भी हमारे हाथ में जो कि अच्छा है. उम्मीद है कि हम इस हार से उबरकर मेलबर्न में जीत दर्ज करेंगे.’