आम लोगों के लिये आवाज उठाने वाले लोग इस बार टाइम्स के 2011 के पर्सन आफ द ईयर चुने गये हैं. इसमें भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाने वाले अन्ना हजारे से लेकर ट्यूनीशिया के रेहड़ी लगाने वाले मोहम्म बोआजिजी शामिल हैं. बोआजिजी ने सत्ता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए आग लगा ली थी.
अमेरिकी पत्रिका ने कहा कि क्रांति की शुरुआत ट्यूनीशिया में हुई जहां तानाशाह लंबे समय से सत्ता में थे और रहन-सहन की स्थिति सारी हदें पार कर गयी थी. 26 वर्षीय बोआजिजी विरोध की शुरुआती करते हुए खुद को आग के हवाले कर दिया.
पिछले साल टाइम ने फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकेरबर्ग को ‘पर्सन आफ द ईयर’ चुना था.
पत्रिका ने दुनिया भर के 30 से अधिक आम नागरिकों के बारे में जानकारी दी है जिन्होंने मौत और यातना की परवाह किये बिना तानाशाही शासन, भ्रष्टाचार, असामानता तथा अन्याय के खिलाफ लड़ाई जारी रखी.
इन व्यक्तियों में अन्ना हजारे की भी तस्वीर है जो भारत में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम छेड़े हुए हैं.