विश्व कप का चौथा सेमी फाइनलिस्ट तय हो गया है. कोलंबो में श्रीलंका ने इंग्लैंड को 10 विकेट से एकतरफ़ा शिकस्त दी और वो भी चालीसवें ही ओवर में.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए इंग्लैंड महज़ 229 रन बना पाया. जोनाथन ट्रॉट ने 86 और इयन मॉर्गन ने 50 रन बनाए पर बाकि बल्लेबाज़ मेज़बान की फिरकी में उलझकर रह गए. मुरलीथरन ने 2 विकेट लिए और अजंता मेंडिस 1 विकेट लेकर सबसे किफ़ायती रहे.
जवाब में दिलशान और उपुल थरंगा को कोई भी इंग्लिश गेंदबाज़ क्रीज़ से नहीं हटा पाया. दोनों ने अपना अपना शतक पूरा किया और श्रीलंका ने पूरे 10 विकेट से धमाकेदार जीत दर्ज की. अब 29 मार्च को कोलंबो में पहले सेमीफ़ाइनल में श्रीलंका और न्यूज़ीलैंड का मुकाबला होगा. इतना तय हो गया है कि विश्व कप फ़ाइनल में कम से कम एक एशियाई टीम ज़रूर होगी.
थरंगा और दिलशान के बीच यह साझेदारी विश्व कप में किसी भी विकेट की छठी सबसे बड़ी साझेदारी है. पहले विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी का रिकार्ड भी दिलशान और थरंगा के नाम है जिन्होंने पाल्लेकल में जिम्बाब्वे के खिलाफ 282 रन बनाये थे.{mospagebreak}
श्रीलंका के लिये यह लक्ष्य कभी भी मुश्किल नहीं लगा और ना ही इंग्लैंड के गेंदबाज उन्हें कोई चुनौती दे सके. दोनों ने आराम से चौके लगाये और मैदान के चारों ओर रन बनाये. थरंगा ने दूसरे ही ओवर में ग्रीम स्वान को छक्का लगाकर अपने इरादे जाहिर कर दिये थे. वहीं दिलशान ने दूसरे स्पैल में इस गेंदबाज को मिडविकेट पर छक्का जड़ा.
दिलशान ने विश्व कप में अपना दूसरा और वनडे में 10वां शतक 107 गेंद में पूरा किया. वहीं थरंगा ने ट्रेमलेट को चौका लगाकर अपना शतक पूरा किया और टीम को जीत तक भी पहुंचाया.
इससे पहले जोनाथन ट्राट और ईयोन मोर्गन के अर्धशतकीय प्रहारों के दम पर इंग्लैंड ने छह विकेट पर 229 रन बनाये. ट्राट ने 86 रन की पारी खेली और चौथे विकेट के लिये मोर्गन (50) के साथ 91 रन जोड़े. इससे पहले इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू स्ट्रास ने टास जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया. आर प्रेमदासा स्टेडियम की सपाट पिच पर उसके दो विकेट 31 रन के स्कोर पर उखड़ गए.
शानदार फार्म में चल रहे ट्राट को जमने में कुछ समय लगा लेकिन उसने रवि बोपारा (31) और मोर्गन (50) के साथ क्रमश: तीसरे और चौथे विकेट के लिये दो अहम साझेदारियां की. बोपारा के साथ उसने 64 रन जोड़े.
विकेटकीपर मैट प्रायर (19 गेंद पर नाबाद 22) ने आखिरी ओवरों में अच्छे स्ट्रोक्स खेलते हुए इंग्लैंड को 220 रन तक पहुंचाया.{mospagebreak}
श्रीलंकाई क्षेत्ररक्षकों ने तीन बार मोर्गन का कैच टपकाया. दो बार उन्हें मुथया मुरलीधरन की गेंद पर और एक बार अजंता मेंडिस की गेंद पर जीवनदान मिला.
श्रीलंका के गेंदबाजों ने हालांकि बेहतरीन प्रदर्शन किया जिसकी वजह से पूरी पारी में सिर्फ 12 चौके लग सके. ट्राट ने अपनी 115 गेंद की पारी में सिर्फ दो चौके लगाये.
इंग्लैंड के बल्लेबाजों को स्पिनरों के सामने काफी दिक्कतें आई. इसे भांपते हुए श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा ने तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा को जल्दी ही हटा लिया और धीमे गेंदबाजों को जिम्मा सौंपा.
इयान बेल ने एंजेलो मैथ्यूज के पहले दो ओवरों में दो चौके लगाये. मैथ्यूज ने तीसरे ओवर में उन्हें शार्ट मिडविकेट पर तिलन समरवीरा के हाथों लपकवा दिया.
संगकारा ने इसके बाद रंगाना हेराथ और मेंडिस को गेंद सौंपी. इंग्लैंड का स्कोर 15 ओवर के बाद दो विकेट पर 46 रन था. ट्राट और बोपारा तेजी से रन नहीं बना सके और अगले पांच ओवर में सिर्फ 19 रन बने हालांकि दोनों विकेट पर जमे रहे. अगले 17 ओवर में उन्होंने तीसरे विकेट के लिये 64 रन की साझेदारी की.
मुरलीधरन ने बोपारा को आउट करके इस साझेदारी को तोड़ा. इसके बाद मोर्गन ने जीवनदानों का पूरा फायदा उठाते हुए 11वां अर्धशतक जमाया. उन्हें तिलन समरवीरा, मैथ्यूज और हेराथ ने जीवनदान दिया जब वह क्रमश: 16, 33 और 34 के स्कोर पर थे.
इस बीच मोर्गन भी मलिंगा की गेंद पर पगबाधा की अपील से बाल बाल बचे. इसी गेंदबाज के ओवर में हालांकि वह मैथ्यूज को कैच देकर आउट हुए.
टीमें इस प्रकार है:
श्रीलंका: उपल थरंगा, तिलकरत्ने दिलशान, कुमार संगकारा, महेला जयवर्धने, थिलन समरवीरा, चमारा सिल्वा, एंजलो मैथ्यूज, लेथिस मलिंगा, रंगना हेराथ, अजंथा मेंडिस और मुथैया मुरलीधरन.
इंग्लैंड: एंड्रयू स्ट्रॉस, इयान बेल, जॉनाथन ट्रॉट, रवि बोपारा, इयान मोर्गन, मैट प्रॉयर, ल्यूक राइट, टिम ब्रेसनन, ग्रीम स्वान, जेम्स ट्रेडवेल और क्रिस ट्रेमलेट.