पूर्वी यूरोप के दो देशों-पोलैंड और यूक्रेन में शुक्रवार से यूरोपीयन फुटबाल के सबसे बड़ा आयोजन यूरो कप शुरू होने जा रहा है. यूरोप की शीर्ष 16 टीमों के बीच श्रेष्ठता की जंग होगी.
इस बार जहां स्पेन मौजूदा यूरोपीयन और विश्व चैम्पियन होने के नाते श्रेष्ठता बचाए रखने का प्रयास करेगा वहीं जर्मनी, नीदरलैंड्स, पुर्तगाल, इटली, क्रोएशिया, फ्रांस और इंग्लैंड जैसी टीमें नए चैम्पियन के तौर पर उभरना चाहेंगी. सभी 16 टीमों को चार-चार के चार ग्रुप में विभाजित किया गया है.
ग्रुप-ए में पोलैंड, रूस, चेक गणराज्य और ग्रीस हैं. इसे 'ग्रुप ऑफ डेथ' कहा जा रहा है. ऐसा टीमों की ताकत को लेकर नहीं बल्कि उनके बीच शक्ति के संतुलन को लेकर कहा जा रहा है. इस ग्रुप में रूस सबसे शक्तिशाली दिख रहा है. पोलैंड को छोड़कर बाकी सभी टीमें हाल में कभी ना कभी सेमीफाइनल तक पहुंची हैं और इन सबका लक्ष्य इसके आगे बढ़ना होगा. ग्रीस ने 2004 में यह खिताब जीता था लेकिन इस बार उसमें शक्ति का संतुलन ठीक नहीं दिखाई दे रहा है. ऐसे में इस ग्रुप से रूस के अंतिम चार में जगह बनाने की सबसे अधिक सम्भावना दिखाई दे रही है.
ग्रुप-बी में नीदरलैंड्स, जर्मनी, पुर्तगाल, डेनमार्क शामिल हैं. यह इस यूरो कप का सबसे रोचक ग्रुप है. जर्मनी काफी मजबूत दिखाई दे रही है जबकि विश्व कप उपविजेता नीदरलैंड्स को नए सिरे से श्रेष्ठता साबित करनी है. पुर्तगाल के पास जहां क्रिस्टियानो रोनाल्डो के रूप में विश्व का सबसे अच्छा खिलाड़ी है वहीं डेनमार्क किसी भी टीम को पटखनी देने का माद्दा रखता है. इस ग्रुप की तीन टीमों के बारे में अटकलें लगाना बेमानी होगा लेकिन मौजूदा फार्म के लिहाज से जर्मनी का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है.
ग्रुप-सी में मौजूदा चैम्पियन स्पेन, इटली, क्रोएशिया और आयरलैंड शामिल हैं. स्पेन और इटली के बीच इस ग्रुप में जोरदार टक्कर होगी. स्पेन लगातार तीसरी बड़ी खिताबी जीत के लिए प्रयास करेगा. इटली इन दिनों मैच फिक्सिंग के भूत से डरा हुआ है लेकिन इसके बावजूद उससे बेहतर खेल की आशा की जा रही है. उसके खिलाड़ियों के पास खुद को साबित करते हुए मैच फिक्सिंग के भूत को मारने का अच्छा मौका है. क्रोएशिया इस ग्रुप में उलटफेर कर सकता है जबकि आयरलैंड 10 साल के बाद इस टूर्नामेट में वापसी कर रहा है. यह ग्रुप मूल रूप से इटली और स्पेन के बीच की जंग साबित होगा और इसमें स्पेन की जीत दिखाई दे रही है.
ग्रुप-डी में इंग्लैंड, स्वीडन, फ्रांस और यूक्रेन शामिल हैं. इस ग्रुप के मैच काफी रोचक होंगे. पहले दो मैचों में इंग्लैंड जहां अपने स्टार खिलाड़ी वायने रूनी के बगैर खेलेगा वहीं नए कोच रॉय हॉजसन की परीक्षा होगी. फ्रांस को इस ग्रुप में सबसे मजबूत माना जा रहा है. यह देखने वाली बात होगा कि फ्रांस विश्व कप में अपनी नाकामी से उबरकर कहां तक आगे बढ़ा है.
स्वीडन को बड़ी टीमों को हराने में माहिर माना जाता है लेकिन हर बार की तरह इस बार भी स्वीडिश टीम खिताबी दौड़ में शामिल नहीं है. इस ग्रुप में शामिल मेजबान यूक्रेन के पास घरेलू दर्शकों का समर्थन और सहयोग होगा और इसके दम पर वह कुछ रोचक परिणाम दे सकता है.
UEFA Euro 2012 set for kick off.