यूपी में नियम कानून की धज्जियां उड़ाने वालों के हौसले बुलंद हैं और बीती रात अखिलेश सरकार पर लगा एक और बदनुमा दाग. बरेली में पंचायत अध्यक्ष के शपथग्रहण समारोह में जमकर फायरिंग की गई और इस फायरिंग का शिकार बन गया नौ साल का एक बच्चा.
जार-जार रोए जा रही है मां, उसके जिगर का टुकड़ा चला गया है. इस मां के आंसुओं का हिसाब देने ना तो कोई आया और ना ही इसके सवालों का जवाब देने कोई आएगा. बरेली में इसका नौ साल का बेटा माहताब नगर पंचायत के चेयरमैन बने रियाज अंसारी का शपथ ग्रहण समारोह देखने गया था. लेकिन जश्न में हुई जानलेवा फायरिंग में जान से हाथ धो बैठा.
हैरानी की बात ये है कि चेयरमैन के शपथ ग्रहण समारोह में एसडीएम और सीओ की मौजूदगी में जमकर फायरिंग हो रही थी. जिसका नतीजा दर्दनाक रहा. दुनाली बंदूक से निकली एक गोली माहताब का सिर छलनी कर गई. देखते ही देखते जश्न में मातम छा गया. लेकिन प्रशासन मामले की लीपापोती में जुट गया.
सवाल उठता है कि सुप्रीम कोर्ट और शासन के तमाम निर्देशों के बावजूद पंचायत चेयरमैन के समारोह में फायरिंग कैसे हो रही थी. सीओ, एसडीएम के मौजूदगी और सुरक्षा के भारी तामझाम के बीच समारोह में बंदूक कैसे पहुंची. फायरिंग के शिकार बने एक मासूम की जान कौन वापस लौटाएगा? ये सवाल उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार को एक बार फिर शर्मसार करने के लिए काफी है.
आजतक ने जब इस मामले में डीएम से बात करनी चाही तो उन्होंने सारा मामला पुलिस पर टाल दिया. अब सवाल उठता है कि इस व्यवस्था में कोई मां फरियाद करे भी तो किससे.