यूपीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है. यूपीए ने हामिद अंसारी का नाम इस प्रतिष्ठित पद के उम्मीदवार के तौर पर तय किया है.
उपराष्ट्रपति उम्मीदवार पर फैसले के लिए शनिवार को यूपीए की अहम बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय किया गया. कांग्रेस पहले से ही हामिद अंसारी के नाम पर मुहर लगा चुकी थी. यूपीए की बैठक के बाद उनके नाम का औपचारिक एलान किया गया.
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आवास पर हुई कांग्रेस नेतृत्व वाले यूपीए की बैठक में अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उपराष्ट्रपति पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए 75 वर्षीय हामिद अंसारी के नाम की घोषणा की.
संप्रग की बैठक में हामिद अंसारी का नाम पेश होने पर उसे मंजूरी दे दी गई. बैठक में तृणमूल कांग्रेस की ओर से रेल मंत्री मुकुल राय ने हिस्सा लिया. मुकुल मुकुल राय ने बैठक में उपराष्ट्रपति पद के लिए पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी और पूर्व सांसद कृष्णा बोस का नाम प्रस्तावित किया.
सोनिया गांधी ने अपने संक्षिप्त वक्तव्य में कहा, ‘हामिद अंसारी भारत के उपराष्ट्रपति के रूप में जल्द ही अपना वर्तमान कार्यकाल पूरा करेंगे. उन्होंने गरिमा के साथ राज्यसभा की अध्यक्षता की. उपराष्ट्रपति पद पर दूसरे कार्यकाल के लिए अपने उम्मीदवार के रूप में उनके नाम का प्रस्ताव कर संप्रग सम्मानित है.
संप्रग की इस बैठक में द्रमुक के टीआर बालू और रालोद के अजित सिंह ने भी हिस्सा लिया.
बैठक में प्रधानमंत्री ने अंसारी के नाम का प्रस्ताव किया और उपस्थित नेताओं से उनकी राय मांगी. बाद में सोनिया ने संप्रग उम्मीदवार के रूप में अंसारी के नाम की घोषाणा की. उपराष्ट्रपति पद के लिए सात अगस्त को चुनाव होना है.
कुल 790 सांसदों के बीच समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कुछ अन्य बाहरी दलों के समर्थन से संप्रग के साथ लगभग 500 सांसद होंगे. इससे उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में संप्रग की राह आसान लग रही है. उप राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन दायर करने की आखिरी तारीख 20 जुलाई है. इससे एक दिन पहले 19 जुलाई राष्ट्रपति पद का चुनाव होना है. उप राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव सात अगस्त को होना है.
संप्रग की इस बैठक में द्रमुक के टीआर बालू और रालोद के अजित सिंह ने भी हिस्सा लिया. प्रधानमंत्री ने अंसारी के नाम का प्रस्ताव किया और उपस्थित नेताओं से उनकी राय मांगी. संप्रग के प्रमुख घटक राकांपा की ओर से बैठक में कोई शामिल नहीं हुआ. हालांकि राकांपा प्रमुख शरद पवार ने अंसारी की उम्मीदवारी का स्वागत करते हुए मुंबई से कहा, ‘मैं बैठक में मौजूद नहीं था लेकिन राकांपा सहित संप्रग के अन्य घटक दलों से इस बारे में सलाह मशविरा किया गया था.’
गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने बाद में संवाददाताओं को बताया कि संप्रग की बैठक में मौजूद सभी नेताओं ने अंसारी की उम्मीदवारी को स्वीकृति दी. संप्रग का उम्मीदवार बनाये जाने के बाद अंसारी ने प्रधानमंत्री और सोनिया का धन्यवाद किया.
प्रधानमंत्री ने फोन पर ममता, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती से बात कर अंसारी के लिए समर्थन मांगा. सपा और बसपा ने अंसारी को समर्थन का ऐलान कर दिया है.
पचहत्तर वर्षीय अंसारी ने अपने करियर की शुरुआत भारतीय विदेश सेवा के एक नौकरशाह के रूप में 1961 में शुरू की थी और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे.
साल 2007 में अंसारी आश्चर्यजनक रूप से तब उपराष्ट्रपति चुने गए जब संप्रग-एक सरकार को बाहर से समर्थन दे रही वाममोर्चा ने उनके नाम का प्रस्ताव किया और कांग्रेस नीत गठबंधन ने उसे स्वीकार कर लिया.