सन् 60 के दशक की बॉलीवुड अभिनेत्री और फिल्म 'कभी खुशी कभी गम' में अमिताभ बच्चन की मां का किरदार निभाने वाली अचला सचदेव का निधन हो गया. 91 वर्षीय अभिनेत्री पिछले छह महीने से बीमार थीं. अचला का इलाज कर रहे पूणे अस्पताल के चिकित्सक विनोद शाह ने बताया, "अचला सचदेव का रविवार शाम 5.30 बजे पूना अस्पताल में निधन हो गया. हमने अमेरिका में रह रहे उनके बेटे को तुरंत सूचना दी. वह मंगलवार पुणे पहुंच रहे हैं."
शाह ने कहा, "वह छह महीने पहले अपने घर में गिर गई थीं जिससे उनकी बाईं टांग टूट गई थी. सिर में चोट लगने से मस्तिष्क की एक नस अवरुद्ध हो गई थी जिससे उनकी दृष्टि चली गई थी. वह चल-फिर नहीं पा रही थीं."
बेटे ज्योतिन के अमेरिका से लौटने के बाद उनकी अंत्येष्टि मंगलवार की शाम यहां के वैकुंठ में होगी.
अभिनेत्री अचला को 1965 में बनी फिल्म 'वक्त' में बलराज साहनी के साथ उन पर फिल्माए गए गीत 'ऐ मेरी जोहरा जबीं' के लिए जाना जाता है. 15 दिन पूर्व उनकी सर्जरी हुई थी और तभी से उन्हें एक नली के जरिये भोजन के रूप में तरल पदार्थ दिए जा रहे थे.
अचला की अंतिम महत्वपूर्ण फिल्म थी करन जौहर की 'कभी खुशी कभी गम' जिसमें उन्होंने अमिताभ बच्चन की मां का किरदार निभाया था.
उन्होंने 250 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया. वह कई सामाजिक संगठनों से भी जुड़ी थीं.
चिकित्सक ने बताया, "उन्होंने अपना सारा पैसा विभिन्न संगठनों को दान में दे दिया था. जनसेवा फाउंडेशन को तो उन्होंने 20 लाख रुपये और पुणे कैम्प में स्थित अपना 2बीएचके अपार्टमेंट भी दान कर दिया."
फिल्म इंडस्ट्री को अचला ने सात दशक से अधिक समय तक अपनी सेवाएं दीं. उनकी पहली फिल्म 'फैशनेबल वाइफ' 1938 में रिलीज हुई थी. उन्हें 'बंधन', 'मेरी सूरत तेरी आंखें', 'कोरा कागज', 'हकीकत', 'मेरा नाम जोकर', 'जूली' और 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' जैसी फिल्मों में अभिनय के लिए हमेशा याद किया जाएगा.
भोसारी स्थित एक फैक्टरी के मालिक और ब्रिटिश व्यवसायी क्लीफोर्ड डगलस पीटर्स के साथ विवाह के बाद से वह पुणे में रह रही थीं.