विदेश मंत्री एस.एम.कृष्णा और पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार के बीच शनिवार को इस्लामाबाद में वार्ता शुरु हो गई. इस दौरान भारत और पाकिस्तान के बीच बहुप्रतीक्षित वीजा समझौते पर दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की वार्ता के बाद हस्ताक्षर हो सकते हैं.
कृष्णा तीन दिन के दौरे पर शुक्रवार को पाकिस्तान पहुंचे थे. भारतीय पक्ष इस वार्ता के दौरान पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों से पनप रहे आतंकवाद के प्रति अपनी चिंताओं से अवगत कराएगा.
यदि दोनों पक्षों की ओर से विशेषीकृत श्रेणियों में वीजा नियम पारित कर दिए जाते हैं तो वीजा समझौते से दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच नागरिकों की आवाजाही को आसान बनाने में मदद मिलेगी. विदेश मंत्रालय के एक सूत्र ने कहा कि समझौते पर शनिवार को हस्ताक्षर होने की सम्भावना है.
भारत ने जहां पहले ही वीजा समझौते पर हस्ताक्षर के लिए तैयार होने की बात कही है, वहीं पाकिस्तान ने कहा था उसे इस सम्बंध में अभी कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी हैं.
भारत के विदेश सचिव रंजन मथाई और उनके पाकिस्तानी समकक्ष जलील अब्बास जिलानी की शुक्रवार को हुई बैठक के बाद पाकिस्तानी समाचार पत्र 'द न्यूज' की वेबसाइट पर जारी रिपोर्ट में कहा गया कि नई वीजा नीति आठ श्रेणियों में होगी.
समाचार पत्र की वेबसाइट के मुताबिक, इनमें कूटनीति, गैर-कूटनीतिक, 36 घंटे का ट्रांजिट, पर्यटक, सिविल सोसाइटी, मीडिया एवं व्यावसायिक वीजा शामिल है.
समाचार पत्र के अनुसार पर्यटक वीजा पांच गंतव्य स्थानों के लिए और यह छह माह के लिए वैध होगा, जबकि कूटनीतिक वीजा वाणिज्य दूतों तथा उनके परिवार के सदस्यों के लिए जारी किए जाएंगे.