प्रमुख उद्योग संगठन सीआईआई ने कम बारिश होने पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि इससे देश की विकास दर पर दबाव बढ़ेगा. कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (सीआईआई) के महासचिव चंद्रजीत बनर्जी ने रविवार को कहा, 'इससे सिर्फ कृषि उत्पादन ही प्रभावित नहीं होगा बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों की आय प्रभावित होने से अन्य क्षेत्र भी प्रभावित होंगे.'
देश की अर्थव्यवस्था खाद्य वस्तुओं की कीमतों के बढ़ने के कारण ऊंची महंगाई दर से बुरी तरह प्रभावित है. मानसून के सामान्य रहने से खाद्य वस्तुओं की आपूर्ति पक्ष पर पड़ रहे दबाव से कुछ राहत मिलेगी. मौसम विभाग के अनुसार एक जून से 16 जुलाई के मध्य सामान्य से 22 फीसदी कम बारिश हुई है.
अपर्याप्त बारिश के कारण पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 13 जुलाई तक 18 फीसदी कम खरीफ की फसल बोई गई. सीआईआई ने सूखे से निपटने के लिए मध्यम एवं दीर्घावधि रणनीति बनाने की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र में सुधार लम्बे समय से प्रतीक्षित है और मानसून पर कृषि की निर्भरता घटाने की आवश्यकता है.
बनर्जी ने मौसम विभाग के सटीक अनुमान के लिए आवश्यक सुधार पर बल देते हुए कहा, 'अपर्याप्त बारिश के दुष्प्रभावों से निपटने की आवश्यकता के समय सरकार की सकारात्मक नीति की जरूरी है.'