कावेरी जल बंटवारा विवाद भड़कने के साथ ही तमिलनाडु सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि वह मेकेधातु में कर्नाटक को इस नदी पर नया बांध नहीं बनाने देगी.
विधानसभा में जल विवाद पर विशेष ध्यानाकषर्ण प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री जयललिता ने कर्नाटक पर कावेरी जल विवाद न्यायाधिकरण के फैसले का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि कर्नाटक ने पहले अपने जलाशय को भरने का पूरा प्रयास किया और फिर अतिरिक्त पानी तमिलनाडु के लिए छोड़ा. उन्होंने कहा, ‘मैं और मेरी सरकार कावेरी जल से राज्य का उचित हिस्सा पानी के लिए कटिबद्ध हैं.’
जयललिता ने कहा कि कर्नाटक बेंगलूर से करीब 100 किलोमीटर दूर मेकेधातू में तमिलनाडु की मंजूरी के बगैर बांध नहीं बना सकता. उनका बयान ऐसे समय में आया है जब कर्नाटक के नेताओं ने कावेरी से तमिलनाडु के लिए पानी छोड़ने पर कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है.