ममता बनर्जी ने सरकार से साफ साफ कह दिया है कि अगर पेट्रोल की कीमत फिर से बढ़ाई गई तो वह यूपीए-2 से अपना समर्थन वापस ले लेगी. टीएमसी सांसदों से बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने भविष्य में पेट्रोल की कीमत नहीं बढ़ाए जाने पर कोई आश्वासन नहीं दिया है. इस सूचना के बाद ममता बनर्जी ने लगभग धमकी भरे अंदाज में यह साफ कर दिया कि अगर भविष्य में फिर पेट्रोल की कीमत बढ़ाई जाती है तो वह सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेगी. संसद में तृणमूल कांग्रेस के 18 सांसद हैं.
इससे पहले पेट्रोल की कीमत में हुई वृद्धि के बाद ममता ने यह कहा था कि अगर सरकार पेट्रोल की बढ़ी कीमत वापस नहीं लेती है तो वह सरकार से अलग हो जाएगी. उस दौरान प्रधानमंत्री विदेश दौरे पर थें. ममता का कहना था कि वह सरकार गिराना नहीं चाहती है लेकिन बढ़ी पेट्रोल कीमतों को वापस नहीं लिया जाता तो वह सरकार से अलग होने का फैसला ले सकती है.
प्रधानमंत्री के विदेश से लौटने के बाद मंगलवार की शाम सवा पांच बजे के करीब टीएमसी के सभी सांसदों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की. करीब सवा घंटे चली बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने बढ़ी कीमतों को वापस लेने से इंकार कर दिया और भविष्य में फिर से पेट्रोल की कीमत नहीं बढ़ाए जाने को लेकर कोई आश्वासन भी नहीं दिया.
प्रधानमंत्री की बैठक के बाद टीएमसी के सांसद सुदीप का कहना था कि टीएमसी सांसदों ने माननीय प्रधानमंत्री से मिलकर पेट्रोल की कीमत और खाद्य महंगाई पर विरोध दर्ज कराया है. हालांकि सुदीप ने यह भी कहा कि यूपीए-2 में तालमेल की काफी कमी है.
उधर वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कोलकाता में ममता बनर्जी से मुलाकात कर मामले को संभालने की कोशिश की. सूत्रों के हवाले से यह भी बताया जा रहा है कि यह सारा मामला आर्थिक सहायता को लेकर है. ममता यह सबकुछ आर्थिक सहायता पाने के लिए कर रही है.