अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी मिशेल ओबामा, स्पेन की रानी इजाबेल, मिस्र की चर्चित रानी क्लियोपेट्रा और झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को प्रतिष्ठित टाइम पत्रिका ने पति के बचाव में दीवार बनकर खड़ी होने वाली दुनिया की 10 जांबाज पत्नियों की सूची में शुमार किया है.
मीडिया मुगल रूपर्ट मडरेक की पत्नी वेंडी डेंग द्वारा अपने पति को हमलावर से बचाने के लिये उस पर टूट पड़ने की साहसिक घटना को देखते हुए पत्रिका ने 10 ऐसी पत्नियों की सूची जारी की है. इस सूची में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई आठवें नंबर पर हैं. इस सूची में किस आधार पर विभिन्न नामचीन शख्सियत को शामिल किया गया है, इसकी जानकारी टाइम ने नहीं दी है.
टाइम ने लक्ष्मीबाई के बारे में लिखा कि 19 वीं सदी में एक संपन्न परिवार में पैदा होने वाली यह महिला झांसी की रानी बन गई. लक्ष्मीबाई ने अपने जीवन के प्रारंभिक दिनों में ही युद्धकला सीख ली थी.
पत्रिका के मुताबिक राजा से शादी के कुछ समय बाद ही दुर्भाग्यपूर्ण समय शुरू हो गया. उनके बेटे की मौत हो गई और कुछ समय बाद लक्ष्मीबाई के पति का भी निधन हो गया. वर्ष 1853 में वारिस नहीं होने के कारण ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने उनके साम्राज्य को हड़प लिया.
टाइम की रिपोर्ट के अनुसार इस घटना के चार साल बाद झांसी में ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन के खिलाफ खूनी संघर्ष शुरू हो गया. रानी इस युद्ध में कूद पड़ीं और उन्होंने शक्तिशाली ईस्ट इंडिया कंपनी को कई युद्धों में पराजित भी किया. कहा जाता है कि अंग्रजों से लोहा लेते हुए घोड़े की पीठ पर उन्होंने वीरगति पाई. उस समय वह मात्र 22 साल की थीं.’
टाइम के लिये इस लेख को पूर्व विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर के बेटे ईशान थरूर ने लिखा है. पत्रिका ने इस सूची में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति फै्रंकलिन डी रूजवेल्ट की पत्नी इलेनोर रूजवेल्ट को पहले, स्पेन की रानी इजाबेल को दूसरे, जूने कार्टर कैश को तीसरे स्थान पर रखा है.
इसी तरह सूची में मिस्र की चर्चित महारानी क्ल्यिोपेट्रा को चौथे, अलास्का की गवर्नर रही साराह पालिन को पांचवें, इलेन डी गेनेरेस और पोर्सिया डी रोसी को छठवें, मिशेल ओबामा को सातवें, अमेरिकी अरबपति बिल गेट्स की पत्नी मिलिंडा गेट्स को नौवें तथा चर्चित गोल्फ खिलाड़ी टाइगर वुड्स की पत्नी इलिन नोरडेग्रेन को 10वें स्थान पर रखा है.
इस सूची में शीर्ष पर रहने वाली इलेनोर रूजवेल्ट के बारे में टाइम ने लिखा कि उन्होंने नस्लवाल, गरीबी और लिंग भेद के खिलाफ खुलकर अपनी बात रखी जो उस समय के अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए असंभव था.