पाकिस्तान ने कहा है कि ईरान के साथ उसके रिश्तों पर किसी अंतरराष्ट्रीय दबाव का कोई असर नहीं पड़ेगा.
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने जोर देकर कहा कि ईरान के साथ रणनीतिक गैस पाइपलाइन सहित सभी द्विपक्षीय परियोजनाओं पर काम होता रहेगा. अफगानिस्तान और ईरान के राष्ट्रपतियों के साथ त्रिपक्षीय बैठक के बाद जरदारी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘हम एक दूसरे पर निर्भर हैं. सुरक्षित पाकिस्तान ही समृद्धशाली पाकिस्तान है. हमारे द्विपक्षीय रिश्ते किसी भी तरीके के अंतरराष्ट्रीय दबाव से प्रभावित नहीं होंगे.’
जरदारी से पूछा गया था कि क्या पाकिस्तान और ईरान पाइपलाइन परियोजना पर विश्व समुदाय के दबाव को झेल पाएंगे. ईरान के परमाणु कार्यक्रम के चलते उस पर अंतराष्ट्रीय प्रतिबंध की वजह से इस परियोजना पर आशंकाओं के बादल मंडरा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि पाकिस्तान पाइपलाइन परियोजना पर विश्व के साथ लॉबिंग कर रहा है. ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन परियोजना के जरिये पाकिस्तान प्रतिदिन 2.15 करोड़ घन मीटर प्राकृतिक गैस का आयात करने का इरादा रखता है.
ईरानी के राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद ने जरदारी की बातों का समर्थन करते हुए कहा, ‘क्षेत्र के सभी देश जानते हैं कि समस्यों की जड़ क्षेत्र में नहीं है, ये समस्याएं हमारे ऊपर थोपी गई हैं.’
उन्होंने कहा कि कुछ देश हमारे ऊपर हावी होना चाहते हैं. हालांकि उन्होंने इन देशों का नाम नहीं लिया. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी भी कह चुके हैं कि ईरान के साथ पाइपलाइन और अन्य ऊर्जा परियोजनाओं को तेजी से पूरा किया जाएगा.