पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की बेटियों ने प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी का साथ निभाने का वादा किया है. गिलानी गुरुवार को अदालत की अवमानना के मामले में दोषी पाए गए थे.
जरदारी की छोटी बेटी आसिफा ने ट्विटर पर लिखा, 'हमें अपने प्रधानमंत्री गिलानी पर गर्व है और हम हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे.'
बाद में उन्होंने एक और ट्विटर संदेश में लिखा, 'यदि पाकिस्तानी अदालतों में काले धन को वैध बनाने के मामले साबित नहीं हो सके तो हम ऐसा कैसे कर सकते हैं? जेनेवा के महान्यायावादी (एजी) डेनियल जपेली से इस संबंध में पूछिए.'
अदालत ने गिलानी को निर्देश दिया था कि वह स्विस अधिकारियों को जरदारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले दोबारा खोलने के लिए पत्र लिखें. इस पर गिलानी का कहना था कि जरदारी को पाकिस्तान के संविधान से छूट प्राप्त है.
भ्रष्टाचार के मामले में आरोपी जरदारी को 2007 में नेशनल रिकॉन्सिलेशन ऑर्डिनेंस (एनआरओ) के तहत तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने क्षमा दे दी थी. जरदारी व उनकी पत्नी और पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की स्वदेश वापसी को आसान बनाने के लिए ऐसा किया गया था.
आसिफा की बड़ी बहन बख्तावर ने ट्विटर पर लिखा, 'अब पहले की सरकारों से तुलना की जानी चाहिए, जिन्होंने या तो मुख्य न्यायाधीश को उनके पद से हटा दिया या अदालत पर धावा बोलने व कार्यवाही बाधित करने के लिए अपने पार्टी समर्थकों को एकजुट किया.'
उन्होंने अपने एक अन्य ट्विटर संदेश में लिखा, 'मीडिया में कुछ लोगों के इसे अलग तरह से परोसे जाने की कोशिशों के बावजूद सरकार की अदालत के साथ झगड़े की स्थिति कभी नहीं रही है.'
जरदारी के तीन बच्चे 18 वर्षीया आसिफा, 21 वर्षीया बख्तावर व 23 वर्षीय बिलावल हैं. दोनों बहनें राजनीति में सक्रिय नहीं हैं जबकि बिलावल को 2007 दिसम्बर में उनकी मां की हत्या होने के तुरंत बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया गया था.