मुंबई में एक बार फिर बॉलीवुड के 100 साल पूरे होने का जमकर जश्न मनाया गया. इस मौके पर अपने-अपने दौर में लोगों के दिलों पर राज करने वाली अदाकाराएं भी मौजूद थीं. इस अवसर पर वहीदा रहमान, आशा पारेख, रेडियो प्रस्तोता अमीन सयानी, जावेद अख्तर और शबाना आजमी समेत कई नामी चेहरों ने अपने-अपने जमाने की खट्ठी-मीठी यादों को साझा किया.
ताज ग्रुप ऑफ होटल और टाटा मेडिकल सेंटर द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में बॉलीवुड के 100 साल पर आधारित एक 100 मिनटों का शो दिखाया गया जिसका नाम था Uff Yoo Maa. इस हसीन शाम से जुटाई गई रकम से टाटा ग्रुप के गैर-लाभकारी अस्पतालों की आर्थिक मदद की जाएगी. कार्यक्रम में बॉलीवुड के 100 सालों की यादगार फिल्मों के दुर्लभ पोस्टर लगे हुए थे.
नए दौर की अभिनेत्रियों में से सोनम कपूर और अदित राव हैदरी यहां पहुंचीं. इसके अलावा विशाल भारद्वाज और रेखा भारद्वाज भी यहां मौजूद थे. जी सा रे गा मा पा के विजेताओं ने पुराने दौर के गाने गाकर इस शाम को और यादगार बनाया.
वहीदा रहमान ने फिल्म 'मुझे जीने दो' की शूटिंग के दिन याद किए और बताया कि इसकी शूटिंग सुनील दत्त के साथ चंबल घाटी में चल रही थी और नरगिस 4 साल के संजय दत्त को लेकर वहां पहुंची थीं. आशा पारेख ने भी बीते दिनों को याद करते हुए बताया कि कैसे उन्होंने फिल्म 'बिन बादल बरसात' के एक सीन के लिए 25 रीटेक किए थे.
शबाना आजमी ने 80 के दशक के बारे में बताया. उन्होंने कहा, 'फिल्म 'अर्थ 1982 करने के बाद मेरे घर में महिलाएं आती रहती थीं और मुझसे अपनी शादीशुदा जिंदगी की परेशानियों को सुलझाने की सलाह मांगती थी. इससे मुझे अहसास हुआ कि अभिनेत्री के तौर पर यह जिम्मेदारी बनती है कि सामाजिक मुद्दों को फिल्मों में उठाया जाए.'
सोनम कपूर ने अपनी फिल्म 'दिल्ली 6' को याद किया और बताया कि फिल्म में उनका नाम बिट्टू शर्मा था और उनके कबूतर का नाम मस्सकली था, लेकिन गाना इतना हिट हुआ कि लोगों ने उन्हें ही मस्सकली समझ लिया.
चैरिटी शो में गायिका ऊषा उत्थुप भी शामिल हुईं. उन्होंने अपने मशूहर गाने 'डार्लिंग...' से समां और रॉकिंग कर दिया.