अपने बहुचर्चित शो 'सत्यमेव जयते' को लेकर आमिर खान ने स्टार टीवी के तकरीबन आधा दर्जन चैनलों और दूरदर्शन के साथ जब आगाज किया, तो हिंदुस्तान का जनमानस उनके स्वागत के लिए टीवी के सामने आंखें गड़ाए बैठे रहा.
आमिर खान ने अपने पहले शो में भ्रूण हत्या के रूप समाज का काले चेहरे को उजागर करने की कोशिश की. अपनी रिसर्च टीम के जरिए आमिर ने यह बताने की कोशिश की कि भ्रूण हत्या कैसे समाज की सोच को काला बना रहा है.
संवेदनशीलता इस शो की जान है और इस संवेदनशील शो को लोगों ने हाथों-हाथ लिया. इंटरनेट जगत में इसे सुपरहिट बताया जा रहा है. ट्विटर के जरिए लोग अपनी भावनाएं जाहिर कर रहे हैं. बॉलीवुड ने भी इसका खूब स्वागत किया है.
पंकज नाम के एक शख्स ने ट्विटर पर लिखा कि शो देखते हुए उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े. सत्यजीत दुबे लिखते हैं, 'मुझे नहीं याद है कि मैंने अंतिम बार किसी शो के लिए इतना बेसब्री से इंतजार किया है'. उदितवानु दास ने लिखा, 'मैंने आज इस शो के लिए अपनी गर्लफ्रेंड के साथ डेट को पोस्टपोंड कर दिया.'
मशहूर कमेंटेटर हर्ष भोगले ने ट्विटर पर लिखा कि यदि आमिर ने जो कहा है, वह कर दिखाया, तो सत्यमेव जयते सही मायने में सफल होगा. अभिनेता कबीर बेदी कहते हैं कि आमिर ने भ्रूण हत्या को दिखाकर भारत की क्रूर सच्चाई को दिखाया है.
आमिर खान के पहले टीवी शो सत्यमेव जयते की स्क्रीनिंग रविवार सुबह 11 बजे से शुरू हुई. शो के पहले एपीसोड की स्क्रीनिंग के लिए उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश के कुछ गांवों का चयन किया गया है. इन गांवों की आबादी दो हजार से भी कम है. यहां महज 12 फीसद घरों में टीवी सेट हैं. उत्तर प्रदेश के तीनों चयनित गांवों की आबादी तो एक हजार से भी कम है.