समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अमर सिंह ने पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के साथ मतभेद गहरे होने के बाद आज संगठन के महासचिव और अन्य पदों से यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया कि अब उनकी प्राथमिकता उनका स्वास्थ्य, पत्नी और बच्चे हैं.
अमर सिंह इन दिनों दुबई में हैं. अमर सिंह ने बताया कि उन्होंने सपा के महासचिव, प्रवक्ता पद तथा संसदीय बोर्ड की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने बातया कि तीनों पदों से अपना इस्तीफा उन्होंने फैक्स से यादव के पास भेज दिया है.
मुलायम सिंह यादव का दाहिना हाथ माने जाने वाले 53 वर्षीय सिंह ने हालांकि कहा कि उनके इस्तीफे के पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है लेकिन पार्टी के प्रति उनका रूख कड़वाहट भरा प्रतीत हुआ.
तीन माह पहले सिंह के गुर्दे का सिंगापुर में प्रत्यारोपण हुआ था. उन्होंने बताया ‘‘मेरे डाक्टरों ने कहा है कि आपका स्वास्थ्य ठीक नहीं है और आप किसी दूसरे व्यक्ति के गुर्दे पर जीवन बिता रहे हैं. मेरे वापस आने के बाद न तो मेरी जीवन शैली में कोई बदलाव हुआ और न ही पार्टी में काम का कोई विभाजन हुआ.’’
सिंह ने कहा ‘‘मैंने डॉक्टरों की सलाह पर यह कड़ा कदम उठाया है. पिछले दिनों ही मेरा गुर्दा प्रत्यारोपण के लिए बड़ा ऑपरेशन हुआ है और डॉक्टरों ने मुझे पूरी तरह आराम करने की सलाह दी है.’’ उन्होंने कहा ‘‘मैं मुलायम सिंह यादव और पार्टी को सर्वोच्च प्राथमिकता देता रहा हूं. 20 साल के बाद अब लगता है कि मुझे अपने बच्चों, पत्नी की देखभाल करनी चाहिए और उनके कल्याण के बारे में सोचना चाहिए.’’ नवंबर 2009 में फिरोजाबाद लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में पार्टी की अपमानजनक पराजय के बाद सिंह ने यह कहते हुए यादव की आलोचना की थी कि हार का कारण सपा प्रमुख और उनके परिवार का अतिआत्मविश्वास था; लेकिन आज उन्होंने कहा ‘‘यादव के साथ मेरे कोई मतभेद नहीं हैं और संकट की इस घड़ी में मैं उन्हें धोखा नहीं देना चाहूंगा.’’ यह पूछे जाने पर कि क्या वह कोई अन्य दल में शामिल होंगे, सिंह ने कहा ‘‘मैं नहीं जानता कि मेरे भाग्य में क्या लिखा है या मैं क्या करूंगा.’’ उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई भी सर्वोपरि नहीं होता और पार्टी तथा काम चलता रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि पार्टी में छह या सात महासचिव हैं और रामगोपाल यादव अथवा रेवती रमण सिंह उनकी जगह ले सकते हैं.
फिरोजाबाद में मिली हार के बाद अमर सिंह के बयान पर पार्टी में काफी बवाल मचा था और उस समय यह कयास लगाए जा रहे थे कि अमर सिंह पार्टी पद से इस्तीफा दे देंगे लेकिन मुलायम सिंह ने उन्हें मना लिया था.