राजनीति में पैठ बनाकर उससे किनारा कर चुके बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन राजनीति को सफलता और असफलता दोनों पहलुओं में अच्छा व्यवसाय मान रहे हैं.
अमिताभ ने ट्विटर पर अपनी ट्वीट में लिखा है, ‘‘मेरा मानना है कि राजनीति कोई बुरा व्यवसाय नहीं है.’’ उन्होंने लिखा है, ‘‘अगर आप इस क्षेत्र में सफल हो जाते हैं, तो आपको बहुत से पुरस्कार मिल सकते हैं, लेकिन अगर आप खुद को किसी वजह से अपमानित कर लेते हैं, तो आप हमेशा एक किताब लिख सकते हैं.’’
गौरतलब है कि अमिताभ बच्चन खुद राजनीति में हाथ आजमा चुके हैं. वर्ष 1984 में उन्होंने अपने पारिवारिक मित्र और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के समर्थन से राजनीति में कदम रखा. अमिताभ ने इलाहाबाद सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा को भारी अंतर से हरा कर पूरे देश में सुखिर्यां बटोरी थीं.
अपनी कंपनी एबीसीएल को आए आर्थिक संकट से जूझने के दौरान अमिताभ समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता अमर सिंह के संपर्क में आए और उनकी पार्टी का समर्थन करना शुरू कर दिया. बाद में उनकी पत्नी जया इसी पार्टी से राज्यसभा सदस्य बनीं, लेकिन अमिताभ का राजनीति से मोह भंग हो गया.