सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार को भ्रष्टाचार और लोकपाल के मुद्दे पर कार्रवाई करने के लिए 4 दिन का अल्टीमेटम दिया है.
अन्ना हजारे ने साफ किया है कि अगर ऐसा नहीं होता है वे खुद पांचवें दिन यानी 29 जुलाई से अनशन पर बैठ जाएंगे. गौरतलब है कि टीम अन्ना के कई सदस्य 25 जुलाई से जंतर मंतर पर अनशन बैठने वाले हैं.
अनशन से पहले अन्ना हजारे ने सरकार पर बार-बार धोखा देने पर आरोप लगाया है.
अन्ना हजारे ने कहा, 'लोकपाल मुद्दे पर पिछले डेढ़ साल से सो रही है सरकार. सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई ठोस कदम नहीं उठाए और देश की जनता को बार-बार धोखा दिया.'
यूपीए सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए अन्ना हजारे ने कहा कि सरकार टीम अन्ना को तोड़ने की साजिश रच रही है. इसके लिए सलमान खुर्शीद को मेरे पास मिलने को भेजा और बाद पीएमओ की चिट्ठी टीम के पास भेजकर मतभेद पैदा करने की कोशिश की.
अन्ना ने कहा कि हमे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. सरकार हमारी फर्जी सीडी भी बनी रही है.
अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर सरकार के 15 मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा, 'सरकार को इन मंत्रियों के खिलाफ निष्पक्ष एजेंसी से जांच करवानी चाहिए. सरकार चाहे तो टीम अन्ना के सदस्यों पर भी लगे आरोपों की जांच करवा सकती है.' टीम अन्ना के अहम सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 15 मंत्रियों में एक नाम प्रणब मुखर्जी का भी हैं जो राष्ट्रपति पद की शपथ लेने जा रहे हैं. हमलोगों को काफी गर्व होता यदि वे पहले आरोपों की जांच कराते और फिर पद की शपथ लेतें.
अरविंद केजरीवाल ने देश के लोगों से यह भी अपील की कि कल सभी नागरिक देश की खातिर एक दिन का उपवास रखें. साथ ही केजरीवाल ने कहा कि अगर लोग जंतर मंतर पर आ सकते हैं तो आए नहीं तो अपने घर पर ही एक दिन का उपवास रखें.
टीम अन्ना में शामिल प्रशांत भूषण ने कहा कि देश का माहौल काफी खराब हो गया है. गुड़गांव के मानेसर स्थित मारूति उद्योग परिसर में हुए घटना का जिक्र करते हुए प्रशांत भूषण ने कहा कि यह सब भ्रष्टाचार के कारण देखने को मिल रहा है. रेवाड़ी में जो भूमि अधिग्रहण को लेकर बवाल मचा हुआ है उसके पीछे सिस्टम में फैला भ्रष्टाचार ही है.
प्रशांत भूषण ने कहा कि अगर सरकार नहीं जागी तो देश में गृहयुद्ध जैसा माहौल हो जाएगा. जनता पार्टी की सरकार में कानून मंत्री रहे और टीम अन्ना के सदस्य शशि भूषण ने कहा कि देश में लोकपाल कानून की सख्त जरूरत है. शशि भूषण ने कहा कि देश की जनता पिछले एक साल में काफी जाग चुकी है. राजनीतिक दलों में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ अब वह और चुप नहीं बैठने वाली है.
शशि भूषण ने कहा कि जिस प्रकार 1977 में जनता ने एक विकल्प चुना वैसा ही अब फिर होने वाला है. जनता इस बार ठोस विकल्प चुनेगी.