टीम अन्ना की भाषा को लेकर चर्चा की शुरुआत करते हुए जेडीयू अध्यक्ष शरद यादव ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि हाल के दिनों में राजनेताओं पर हमले करने का ट्रेंड सा चल निकला है.
रविवार को दिल्ली के जंतर मंतर में टीम अन्ना के विवादित भाषणों के ऊपर बोलते हुए शरद यादव ने कहा कि लोगों को मालूम होना चाहिए कि नेताओं पर कई तरीके के राजनीतिक केस भी होते हैं. आरोप लगाने वालों को देखना होगा कि ये केस कैसे हैं.
उन्होंने आगे कहा कि देश का संसद सर्वोच्च है और इस संवैधानिक संस्था पर हमला ठीक नहीं है, संसद का सम्मान घटना ठीक नहीं है.
उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि संसद में कुछ ऐसे लोग भी आ जाते हैं जिन्हें नहीं आना चाहिए. उन्होंने सवालों के बदले कैश लेने वाली घटना की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमलोगों ने गलत करने वालों को निकाला भी है. इसी संसद ने 11 सांसदों को 13 दिन में निष्कासित किया है. उन्होंने कहा कि संसद लोकतंत्र की आत्मा है और अगर इस संसद का सम्मान घटेगा तो यह देश कहां जाएगा. 162 सांसदों को अपराधी बताना ठीक नहीं है.
टीम अन्ना पर सीधा निशाना साधते हुए शरद यादव ने कहा कि देश में कुछ लोगों के द्वारा निराशा का माहौल फैलाया जा रहा है. हालांकि उन्होंने कहा कि जंतर मंतर में उनके बारे में जो बोला गया उसपर उनको एतराज नहीं है. हमलोंगो को आलोचना झेलने की शक्ति होनी चाहिए.
अंत में शरद यादव ने कहा कि आरोप लगाने वालों को समाधान भी बताना चाहिए.