राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को 'इंडिया टुडे वुमेन समिट' का आगाज हुआ. पहले सत्र में चर्चा का विषय था 'वुमेन इन पॉवर: डू दे गेट देयर ड्यू?' केंद्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री जयंती नटराजन और बीजेपी उपाध्यक्ष स्मृति ईरानी के साथ शुरू हुए इस सत्र का संचालन हेडलाइंस टुडे के एक्जीक्यूटिव एडीटर राहुल कंवल ने किया.
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री जयंति नटराजन ने कहा कि महिलाओं को सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ जैसे गंभीर सवालों से जूझना पड़ता है और महिलाओं को इन्हें लेकर जागरुक होने की जरूरत है. उन्होंने कहा, 'मौजूदा सरकार ने महिला आरक्षण बिल को राज्यसभा से मंजूरी दिलवाई और लोकसभा से भी इस बिल को मंजूरी दिलवाने की हम पूरी कोशिश करेंगे.'
बीजेपी उपाध्यक्ष स्मृति ईरानी ने एक अमेरिकन लेखक की बात को दोहराते हुए कहा, 'सवाल यह नहीं है कि कौन मेरे साथ है, सवाल यह कि कौन मुझे रोकना चाहता है.' उन्होंने यह भी कहा कि सभी जानते हैं कि भारत के जिस भी गांव में महिलाओं को पंचायत प्रमुख बना दिया जाता है तो वह पुरुषों के मुकाबले काफी अच्छा काम करती हैं.
दिल्ली गैंगरेप को लेकर स्मृति ईरानी ने कहा कि बलात्कार जैसे मामलों को लेकर न्यायिक प्रणाली में सुधार की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला बलात्कार का केस दर्ज कराने के लिए थाने जाती है तो उसके साथ पुलिस सहयोग नहीं करती है. सरकार को इस मामले पर अभी ध्यान देने की जरूरत है.
नटराजन ने कहा कि कुछ वरिष्ठ नेता भी महिलाओं पर काफी अशोभनीय टिप्पणी करते रहते हैं, जो कि नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि भगवान ने महिला के रूप में हमें एक तोहफा दिया है और अगर कोई भी पुरुष भगवान के द्वारा दिए गए इस तोहफे को नहीं समझता या फिर इसका ध्यान नहीं रखता है तो फिर भगवान ही मनुष्य जाति की रक्षा कर सकता है.