संयुक्त राष्ट्र द्वारा गठित स्वतंत्र समिति की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की हत्या को रोका जा सकता था.
रिपोर्ट में बेनजीर की सुरक्षा में ‘विफलता’ के लिए तत्कालीन मुशर्रफ सरकार की आलोचना भी की गई है. संयुक्त राष्ट्र में चिली के राजदूत हेराल्डो मुनोज के नेतृत्व वाली तीन सदस्यीय समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बेनजीर भुट्टो की हत्या को टाला जा सकता था. रिपोर्ट में बेनजीर के पाकिस्तान लौटने पर उनकी सुरक्षा न कर पाने और बाद में हत्या की जांच में जान-बूझकर ‘विफलता’ के लिए मुशर्रफ सरकार की निन्दा की गई है.
जांचकर्ताओं ने इस बात पर जोर दिया है कि बेनजीर की जान को गंभीर खतरे के बारे में सूचना आगे देने के सिवाय अधिकारियों ने खतरे को टालने के लिए कोई सुरक्षात्मक उपाय नहीं किया. मुनोज ने पत्रकारों से कहा कि सरकारी अधिकारी सबसे पहले बेनजीर की रक्षा करने में विफल रहे, और उसके बाद जांच में भी. अधिकारी बेनजीर की हत्या के जिम्मेदार लोगों की पहचान, हमले की योजना, आर्थिक मदद और उसे अंजाम देने के बारे में जांच करने में भी असफल रहे.