गुजरात पर्यटन का प्रचार करने वाले अमिताभ बच्चन प्रदेश के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ के लिए अपनी आवाज के गलत इस्तेमाल पर नाराज हैं. पर शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने इसे महज नौटंकी करार दिया है.
एनसीपी प्रवक्ता नवाब मलिक ने अमिताभ बच्चन पर निशाना साधते हुए कहा है कि अमिताभ को इस काम के पैसे नहीं मिले होंगे इसलिए वे नाराज हैं. अगर उन्हें पैसे मिल जाएं तो वो चुप हो जाएंगे.
विवाद को लेकर अमिताभ पर तीखा हमला बोलते हुए नवाब मलिक ने कहा, अमिताभ बच्चन पैसे के लिए कुछ भी करते हैं. कभी वे समाजवादी पार्टी का झंडा पकड़कर कहते हैं...यूपी में है दम और कभी गुजरात के कच्छ जाकर वहां आने का न्यौता देते हैं. शायद, उन्हें मोदी की तारीफ करने के पैसे नहीं मिले हैं इसलिए वे अपनी नाराजगी व्यक्त कर रहे हैं. अगर उन्हें इस काम के पैसे मिल जाएं तो वे चुप हो जाएंगे. बिगबी इस मसले पर गंभीर हैं तो वे साइबर क्राइम ब्रांच के पास क्यों नहीं गए.'
दरअसल, किसी शख्स ने वीडियो साइट यूट्यूब पर एक वीडियो अपलोड किया था जिसमें बिग बी को मोदी की तारीफ करते हुए सुना जा सकता है. इस पर बिग बी ने कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'किसी ने मेरी आवाज के इस्तेमाल से एक फर्जी वीडियो बनाया है. मेरे शब्दों को शरारती और गलत तरीके से गुजरात के मुख्यमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी के प्रचार के लिए बनाए गए वीडियो के साथ इस्तेमाल किया गया है.'
इस पर नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट करके लिखा है, 'वीडियो बनाने वाले को तुरंत अमिताभ जी से माफी मांगनी चाहिए'.
लीड इंडिया का विज्ञापन मोदी पर चिपका दिया
वीडियो में अमिताभ बच्चन की आवाज सुनाई दे रही है, जिसमें वह कह रहे हैं, 'इंतजार है एक ऐसे सारथी का जो इस कुरुक्षेत्र में हमें विजयी बनाए. जरूरत है एक ऐसे नेता की जो हमारे युवाओं के सपने को साकार करे और हमें उस शिखर तक ले जाए जहां सारी दुनिया हमारे कदमों में हो'. इस वॉयस ओवर के साथ नरेंद्र मोदी के विजुअल्स लगा दिए गए हैं.
अमिताभ ने अपने ब्लॉग पर लिखा, 'असल वीडियो 2007 में बनाया गया था. मैंने ये शब्द 'लीड इंडिया' कैंपेन के विज्ञापन के लिए भारत के सम्मान में कहे थे.'