बीजेपी अब अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को नोटबंदी के साइड इफेक्ट्स के लिए तैयार कर रही है. इसके लिए गुरुवार से ही वर्कशॉप की शुरुआत कर दी गई है. इन वर्कशॉप में सरकार के वरिष्ठ मंत्री, बीजेपी नेताओं और कायकताओं को न सिर्फ नोटबंदी के फायदे बताएंगे बल्कि नोटबंदी के बाद लागू होने वाले सिस्टम की भी ट्रेनिंग देंगे. इस वर्कशॉप की शुरुआत गुरुवार को दिल्ली बीजेपी के नेताओं को ट्रेनिंग देने के साथ शुरू हो गई.
पीयूष गोयल ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को समझाया कि नोटबंदी के बाद उन्हें क्या करना है. इसका मकसद बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को यह समझाने का था कि लोगों को कैसे कैशलेस और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के फायदे बता सकते हैं. क्योंकि नोटबंदी का मकसद सिर्फ काले धन पर लगाम लगाने का ही नहीं, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को ज्यादा से ज्यादा कैशलेस बनाने का है.
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पीयूष गोयल ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को इस बात की ट्रेनिंग दी कि कैसे वो अपने आस-पास और इलाके के लोगों को कैशलेस व्यवस्था से जोड़ सकते हैं. गोयल ने वर्कशॉप में यह भी बताया कि नोटबंदी के बाद अब कैश में व्यापार करना मुश्किल होगा. इसलिए वो लोगों को बैंकिंग के फायदे बताकर उन्हें मानसिक तौर पर नई व्यवस्था के लिए तैयार करें.
इस वर्कशॉप में पीयूष गोयल के साथ आए एक्सपर्ट्स ने मोबाइल वॉलेट के जरिए आसानी से पेमेंट करने का डेमो भी दिया और बताया कि ये न सिर्फ आसान है बल्कि सुरक्षित भी है. इस वर्कशॉप में सांसद मनोज तिवारी, रमेश विधूड़ी, महेश गिरी, मिनाक्षी लेखी, उदित्वराज समेत तीनों विधायक और पार्षद भी शामिल हुए.