बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार और गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी ने आगामी लोकसभा चुनाव की नैया पार करने के लिए अब दलित कार्ड खेला है. मोदी ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं से अपील की है कि उनके 'गुड मॉर्निंग मैसेज' हर रोज सोशल मीडिया के जरिए 10,000 घरों में पहुंचने चाहिए.
गुजरात बीजेपी के दलित मोर्चा के कार्यकर्ता सम्मेलन में बुधवार को अचानक पहुंचे मोदी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर दलित युवाओं को बीजेपी से जोड़ने के लिए एक अनूठा सुझाव दिया. उन्होंने कहा कि गुजरात का एक भी भाजपा का दलित नेता ऐसा नहीं होना चाहिए जो सोशल मीडिया (फेसबुक और ट्विटर) के जरिए दलित युवा के साथ जुड़ा हुआ ना हो.
मोदी ने अपने कार्यकर्ताओं से पूछा, 'आप में से कितने लोग मेरे साथ सोशल मीडिया फेसबुक ओर ट्विटर के जरिए जुड़े हैं?' जब कई कार्यकर्ताओं ने अपने हाथ ऊपर किए तो मोदी ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि हमारे पिछड़ी जाति के मोर्चे का एक भी कार्यकर्ता ऐसा नहीं होना चाहिए जिसके सोशल मीडिया पर 10 हजार फॉलोअर ना हों.
मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, 'आपकी कोशिश रहे कि दलित ही आपके फॉलोअर बनें, मुझे मेरे 10 हजार दलित भाइयों-बहनों को ट्विटर फेसबुक के जरिए फॉलोअर बनाना है. आप सुबह उन्हें गुड मॉर्निंग का मैसेज करें और 10,000 घरों में एक साथ आपका गुडमॉर्निंग मैसेज पहुंचे.'
मुख्यमंत्री मोदी पिछड़ी जाति के पार्टी कार्यकर्ताओं को खुश करने कि कोशिश करते दिखे, ताकि आने वाले लोकसभा चुनाव में दलित वोटरों का भरोसा जीता जा सके. मोदी ने कहा कि दलित कार्यकर्ताओं को ज्यादा से ज्यादा नेतृत्व मिलना चाहिए.