रामदेव पर स्याही फेंकने के पीछ कोई बड़ी साजिश तो नहीं. इसकी पड़ताल करते हुए आजतक जब दिल्ली के जाकिर नगर में पहुंचा तो पता चला कि आरोपी कामरान के ऊपर तो पहले से कई आपराधिक मामले हैं.
कामरान के सियासी जुड़ाव की कहानी भी सामने आयी. ऐसे में लगता है कि कामरान किसी साजिश का मोहरा हो भी सकता है.
आरोपी के भाई ने दावे तो तमाम किए, खुद को पाक साफ बताने की कोशिश भी की, लेकिन जब पुलिस के रिकॉर्ड खंगाले गए तो उसका इतिहास सामने था. दिल्ली और आसपास के इलाके में कामरान के खिलाफ 7 केसेज़ दर्ज हैं. इन मामलों में जान से मारने की धमकी देना, मारपीट करना, साजिश रचना, भड़काऊ भाषण देना और जनता की भावना भड़काने के आरोप भी हैं.
मालूम ये भी चला है कि इस शख्स की सियासत में भी रुचि रही है, खुद नगरनिगम का चुनाव भी लड़ चुका है.
उधर कामरान की गिरफ्तारी हुई तो इलाके में सियासत भी शुरू हो गई. कामरान के बारे में जैसे खुलासे हुए हैं वो इशारा तो यही कर रहे हैं कि कामरान की पूरी कवायद शायद सियासी फायदा उठाने की थी.
उल्लेखनीय है कि स्याही फेंके जाने के बाद बाबा रामदेव ने आजतक से बातचीत में कहा कि स्याही फेंकने वाले शख्स के पास तेजाब की बोतल भी थी.